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लखनऊ में पढ़ने वाली विदेशी छात्राओं ने भाई-बहन के त्योहार रक्षाबंधन को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही को राखी बांधकर मनाया।
विदेशी छात्राओं ने भारतीय संस्कृति के अनुसार अक्षत और रोली लेकर पहले घनश्याम शाही के माथे पर तिलक लगाया और उसके बाद उनकी कलाई पर प्यार और आशीर्वाद की राखी बांधीं। इस दौरान इन विदेशी बहनों की खुशी देखते ही बन रही थी। वे आत्मविश्वास से लबालब भरी हुईं थीं। इस मौके पर घनश्याम शाही ने बहनों की रक्षा का संकल्प लिया और बहनों को आशीर्वाद स्वरूप उपहार भी भेंट किये।
राखी बांधने के बाद विदेशी बहन लखनऊ विश्वविद्यालय से ‘कल्चर एंड शेयर्ड सस्टेनेबल फ्यूचर’ पर हो रहे अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के लिए मध्य प्रदेश के खजुराहो रवाना हुईं। विदेशी छात्राओं में गुयाना की बहन नलिनी, नामिबिया की बहन सलमा, मॉरीशस की बहन प्रवीन एवं नंदिनी ने राखी बांधकर वसुधैव कुटुंबकम् को चरितार्थ किया।
उल्लेखनीय है कि वर्ड आर्गनाईजेशन आफ स्टूडेन्ट एंड यूथ संगठन एबीवीपी द्वारा संचालित संगठन है। यह संगठन, विश्व व्यवस्था के विकास में छात्रों और युवाओं को शामिल करता है। अंतरराष्ट्रीय समझ की परिकल्पना करते हुए शांति और सह-अस्तित्व को बढ़ावा देता है। यह संगठन सामाजिक न्याय एवं मानवता के लिए दुनियाभर के युवाओं को एकसाथ लाने का प्रयास भी करता है।
अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा कि भारतीय संस्कृति का आधार ही ‘वसुधैव कुटम्बकम’ अर्थात परिवार भाव है। भारत में पढ़ने वाले विद्यार्थी चाहे वह किसी भी देश के हों, उनसे विद्यार्थी परिषद का पारिवारिक रिश्ता है। विद्यार्थी परिषद ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के मंत्र को स्वीकार ही नहीं करता, अपितु उस भाव के लिए कृत संकल्पित भी है।
नामीबिया की सलमा ने कहा कि हमने भारत की सांस्कृतिक विरासत को यहां आकर महसूस किया है। भारत उत्सवों का देश है, जहां हर उत्सव को उत्साह के साथ मनाया जाता है। वर्ड आर्गनाईजेशन आफ स्टूडेन्ट एंड यूथ के साथ जुड़ने पर मुझे भारत के विषय में और अधिक जानने का अवसर मिला है।.
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल