अयोध्या में जमीन के धंधेबाजों ने एडीए का पार्क भी बेच दिया है। सरयू तट के गोलाघाट से जमथरा तक पांच किमी लंबा पार्क बनाना है। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने परिक्रमा मार्ग और सरयू के बीच पार्क तैयार किया था। पांच किमी लंबे के इस पार्क में श्रद्धालुओं को देखने को रामायण कालीन दृश्य मिलेंगे।
जमीन के अवैध कारोबार की ऐसी लूट कि अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) के प्रस्तावित पार्क के भी टुकड़े-टुकड़े कर डाले। सरयू के डूब क्षेत्र में इस पर कॉलोनी बनानी शुरू कर दी। पार्क की पूरी जमीन 14 कोसी परिक्रमा मार्ग और सरयू नदी के बीच स्थित है। यह पार्क मास्टर प्लान में भी शामिल है।
अयोध्या देवराई वन लगाने के साथ वैदिक सिटी बनाने का काम चल रहा है। इसमें रामायण कालीन पौधे रोपे जा रहे हैं। यहां आने वालों को रामायण कालीन वातावरण उपलब्ध कराने की योजना है। इसके लिए यहां प्राकृतिक दृश्य तैयार किए जाने हैं।
मास्टर प्लान में सरयू और परिक्रमा मार्ग के बीच सरयू तट के गोलाघाट से जमथरा की जमीन को पार्क के रूप में विकसित करने का निश्चय किया है। पार्क में रामलला के बालपन के क्रियाकलापों से शुरू करके वन को जाने तक के दृश्यों दर्शाने की योजना है। डूब क्षेत्र की जमीन होने के कारण यहां पक्का निर्माण नहीं हो सकता है।
तेजी से बनने लगे मकान
गोलाघाट से जमथरा की यह लगभग पांच किलोमीटर की जमीन है। इसके किनारे बंधे और सड़क से श्रद्धालुओं के आने जाने की व्यवस्था होगी। इससे सटी सीता झील आकर्षण का केंद्र होगी। अयोध्या पहुंचने वाले श्रद्धालु सरयू के तट से होते हुए श्रीराम के गोलोकवास प्रयाण स्थल गुप्तार घाट तक मनोरम दृश्यों के देख सकेंगे। लेकिन जमीन के अवैध कारोबारियों की नजर इस पर लग गई।
प्लाटिंग और कॉलोनी का काम इस इलाके में पहले से भी हो रहा है लेकिन श्रीराम मंदिर पर फैसला आने के बाद तो यहां पूरा शहर बसाया जाने लगा। काफी दिनों बाद प्राधिकरण की नजर अवैध प्लॉटिंग और कॉलोनी पर गई तो कुछ दिन पहले इनका ध्वस्तीकरण शुरू हुआ। अब प्राधिकरण का कहना है कि इस क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग व निर्माण नहीं करने दिया जाएगा।
पार्क की जमीन के निर्माण हटाए जाएंगे
14 कोसी परिक्रमा मार्ग और सरयू के बीच पार्क प्रस्तावित है। विकास प्राधिकरण की तरफ से बनाए गए मास्टर प्लान में इसे पार्क के रूप में विकसित करने के लिए योजना तैयार की गई है। इस क्षेत्र में एडीए से कोई नक्शा पास नहीं किया गया है। इस जमीन पर जितने भी अवैध निर्माण हैं, उन्हें ध्वस्त किया जाएगा। इस क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग व अवैध कॉलोनियां नहीं बसाने दी जाएंगी।
-विशाल सिंह, उपाध्यक्ष, अयोध्या विकास प्राधिकरण