बीमा कंपनियों की शिकायत के लिए 2011 में शुरू की गई शिकायत निवारण प्रणाली आईआरडीएआई (IRDAI) को और अधिक सुविधाजनक बनाएगा और इसका नाम बदलकर ‘बीमा भरोसा’ रखा जाएगा।
भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ग्राहकों की शिकायतों को सुनने और इसे हल करने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए एक नया शिकायत निवारण तंत्र शुरू करने जा रहा है। इस प्रक्रिया के तहत, ग्राहकों को क्षेत्रीय भाषाओं में अपनी शिकायत दर्ज कराने का विकल्प मिलेगा।
अब जल्द ही पॉलिसीधारक 13 भाषाओं में बीमा कंपनियों की शिकायत कर सकेंगे। सूत्रों ने कहा कि 2011 में शुरू की गई एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (Integrated Grievance Redressal System) को ग्राहकों के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने के मकसद से इस पहल की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत, इस सिस्टम का नाम बदलकर ‘बीमा भरोसा’ रखा जाएगा। विभिन्न संस्थाओं के खिलाफ शिकायतों के पंजीकरण से लेकर निवारण तक सभी चरण इस पोर्टल पर होंगे। इससे पॉलिसीधारकों को आसानी होगी।
नए सिस्टम के तहत ऐसे होगा काम
नए शिकायत निवारण तंत्र का नाम बदलकर अब ‘बीमा भरोसा’ रखा जाएगा। सूत्रों ने कहा कि भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण का नया पोर्टल ऑनलाइन शिकायतों को दर्ज करने और उन पर नजर रखने का एक जरिया होगा। साथ ही यह बीमा कंपनियों द्वारा शिकायतों के निपटान की निगरानी भी करेगा।
आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 98,234 करोड़ बढ़ा
शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले हफ्ते 98,234 करोड़ रुपये बढ़ गया। इंफोसिस का 28,170 करोड़, टीसीएस का 23,582 करोड़, रिलायंस इंडस्ट्रीज का 17,048 करोड़, आईसीआईसीआई बैंक का 13,861 करोड़ रुपये बढ़ा। एलआईसी का 6,008 करोड़ और बजाज फाइनेंस का 5,709 करोड़ रुपये बढ़ा। एचडीएफसी के मूल्यांकन में गिरावट आई।
28 कंपनियां आईपीओ से जुटाएंगी 45,000 करोड़
सेबी ने अप्रैल से जुलाई के बीच 28 कंपनियों को आईपीओ की मंजूरी दी है। यह कंपनियां 45,000 करोड़ रुपये जुटाएंगी। इसमें से 11 कंपनियों ने 33 हजार करोड़ से ज्यादा की रकम जुटा भी ली है। इसमें से करीब 21 हजार करोड़ रुपये अकेले एलआईसी ने जुटाया था। बाकी कंपनियां अभी भी बाजार के सही होने का इंतजार कर रही हैं। एलआईसी ने निवेशकों को भारी घाटा दिया है। पिछले वित्तवर्ष में 52 कंपनियों ने 1.11 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे।