धर्मगुरु दलाई लामा अपने एक माह के लद्दाख प्रवास पर लेह पहुंचे हैं। उन्होंने यहां बसे तिब्बत के निवासियों से मुलाकात की। यहां उन्होंने शांति, अहिंसा व मानवता का संदेश दिया।
रविवार को धर्म गुरु दलाई लामा लेह के चोगलमसर में सोनमलिंग तिब्बत सेटेलमेंट पहुंचे। जहां पर तिब्बत के झंडे लहराकर उनका तिब्बतियों ने स्वागत किया। चार साल के बाद दलाई लामा का तिब्बत सेटेलमेंट का यह पहला दौरा है। उनके दर्शन के लिए सुबह से ही तिब्बती लोगों की भारी भीड़ जमा थी। इस कार्यक्रम में दलाई लामा ने तिब्बत सेटलमेंट के निवासियों को शांति, अहिंसा व मानवता का संदेश दिया। उन्होंने लद्दाख में सांप्रदायिक सौहार्द को बरकरार रखने के लिए क्षेत्र के निवासियों की सराहना भी की। इस मौके पर सेटलमेंट में बसे तिब्बत मूल के 6500 के करीब लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान चोगलमसर में सेंट्रल तिब्बतन एडमिनिस्ट्रेशन लद्दाख के मुख्य प्रतिनिधि डुंडुप ताशी ने लद्दाख में अपनी गतिविधियों को लेकर एक रिपोर्ट भी पेश की। इसी बीच तिब्बतन सेटलमेंट के निवासियों ने तिब्बती संस्कृति के प्रतीक लोग नृत्य व गीत भी पेश किए।
उल्लेखनीय कि धर्म गुरु दलाई लामा ने 5 अगस्त को लद्दाख यूटी घोषणा दिवस पर लेह के सिंधु घाट में तिरंगा फहराने के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था। इस कार्यक्रम में दलाई लामा को विश्व शांति, मानव कल्याण, अन्य क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिए स्पालियम तुस्तम अवार्ड 2022 से भी सम्मानित किया गया था।