उत्तर प्रदेश पुलिस ने 3.30 करोड़ कीमत की 31 कारें बरामद की हैं। वाहन चोर गिरोह के दो सदस्य जेल में बंद हैं।
रायबरेली। एसओजी और सदर कोतवाली पुलिस ने बुधवार रात वाहन चोर गिरोह के छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इन बदमाशों के पास से 3.5 करोड़ रुपये कीमत की 31 लग्जरी कारें बरामद र्हुइं हैं। यह गैंग दिल्ली, नोएडा व हरियाणा प्रांत तक गैंग सक्रिय था। बदमाश काफी समय से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
इसी गैंग ने अप्रैल में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की चार पहिया गाड़ी चुराई थी। गैंग से जुड़े छह बदमाश अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। यह गैंग फर्जी दस्तावेज तैयार कर सस्ते दर में लोगों को वाहन बेचता था। अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत श्रीवास्तव के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी अमरेश कुमार त्रिपाठी, सदर कोतवाल राघवन कुमार सिंह, इंदिरा नगर चौकी इंचार्ज विवेक त्रिपाठी एक सप्ताह से चौपहिया वाहन चोर गिरोह की धरपकड़ में जुटे थे।
बुधवार रात पुलिस टीम ने शहर के गोरा बाजार स्थित आईटीआई मैदान के पास पावर हाउस के पीछे से चुराई गई 31 चार पहिया वाहनों को बरामद करते हुए छह बदमाशों को दबोच लिया। पुलिस लाइंस में गुरुवार को पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि यह गैंग लखनऊ, दिल्ली, नोएडा व हरियाणा से कारें चुराता था।
पकड़े गए बदमाशों की पहचान बस्ती जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र के मऊरइया पोस्ट पोखरा निवासी संतोष कुमार, लखनऊ जिले के गुड़ंबा थाना क्षेत्र के एसएसई-45 सेक्टर जी जानकीपुरम निवासी प्रिंस मिश्रा, हरदोई जिले के बेहटाकला थाना क्षेत्र के धरमापुर निवासी राजीव कुमार सिंह उर्फ ओम सिंह, संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद थाना क्षेत्र के भदांह चौराहा गांव निवासी अब्बास, बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव निवासी नूरूल अंसार, गोरखपुर जिले के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के जद्दू पट्टी गांव निवासी कमालू के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि लखीमपुर खीरी जिले के ईशा नगर थाना क्षेत्र के ऐरा कमरिया गांव निवासी सलीम, रिजवान सलीम, हरदोई जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के बावन चुंगी निवासी सत्यम वाजपेयी, श्याम किशोर वाजपेयी, लखनऊ जिले के जानकीपुरम थाना क्षेत्र के प्लाट नंबर 18 निकट बाबा कुटी मंदिर मौर्या निवासी अंकित श्रीवास्तव, कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के 132 इंद्रपुरी मानस नगर निवासी रजत शर्मा फरार हैं।
इन बदमाशों की तलाश की जा रही है। पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि वह दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, हरियाणा से चौपहिया वाहन चुराते थे। 15 अप्रैल को इसी गैंग ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रामबाबू की स्विफ्ट कार चुराई थी, जिसकी एफआईआर दिल्ली के अशोक विहार थाने में दर्ज हुआ था। 2021 में इसी गैंग ने दिल्ली के बड़े व्यापारी कैलाश की चार पहिया गाड़ी चुराई थी। आरोपियों की निशानदेही पर चौपहिया वाहनों के अलावा कई गाड़ियों के नंबर प्लेट, स्मार्ट कार्ड, पांच मोबाइल फोन, आरसी कार्ड, चेसिस प्लेट, एक ईसीएम (इंजन कंट्रोल मॉड्यूल) बरामद किया गया है।
प्रोफाइल कराया जा रहा पता : एसपी
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बरामद गाड़ियों पर लगी नंबर प्लेटें फर्जी हैं। इन गाड़ियों के सही नंबर और इन गाड़ियों का मालिक कौन है, इस बारे में पता लगाया जा रहा है। बरामद वाहनों की कीमत 3.5 करोड़ रुपये है। चौपहिया वाहनों को चुराने वाले इस गैंग का नेटवर्क कई प्रांतों में फैला है। गैंग में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगाई गईं हैं।
आशा खबर / शिखा यादव