न्यू मुस्तफाबाद की फैक्टरी में जबरदस्त धमाके के बाद लगी आग की घटना के बाद मौके पर दमकल विभाग के साथ पहुंची स्थानीय पुलिस ने आग बुझने और इलाके के हालात सामान्य होने के बाद जब जांच की तो यह पता चला कि फैक्टरी मालिक के पास न तो नगर निगम का कोई लाइसेंस था और न ही दमकल विभाग की कोई एनओसी ही थी। बहरहाल दयालपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आंरभ कर दी है।
वैसे आसपास इलाके में ज्यादातर इस तरह से ही फैक्टरी चल रही हैं। इनके पास लाइसेंस व एनओसी नहीं है। इतना ही नहीं इन्होंने आग से निपटने के लिए फायर उपकरण का भी पुख्ता इंतजाम नहीं किया है जबकि इलाके में ज्यादातर इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक सामान की लोहे की बॉडी पर पाउडर कोटिंग के जरिये पेंट करने का काम किया जाता है। इसमें आग आसानी से लग सकती है। इसके बाद भी लापरवाही जारी है। फैक्टरी मालिकों के अलावा संबंधित विभाग के लोग भी इतने लापरवाह हैं कि उन्हें भी इस तरह सुध लेने की फुर्सत नहीं है।
एलपीजी रिसाव से धमाके के साथ लगी आग
अबतक की शुरुआती जांच में यह बात सामने आ रही है कि फैक्टरी में इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की बॉडी पर भट्टी का पाउडर पेंट और पैकिंग का काम चल रहा था। इस दौरान ही एलपीजी सिलेंडर में रिसाव हुआ, जिससे जबरदस्त धमाका हुआ और आग लग गई। गनीमत यह रही कि धमाके के बाद जब इमारत की पहली मंजिल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई तो बाहर लगा लोहे का भारी-भरकम जाल भी उखड़कर सड़क पर जा गिरा, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ। नहीं तो एक बड़ा हादसा हो जाता।
हाल-फिलहाल की आग की घटनाएं
13 मई:- दिल्ली के मुंडका इलाके में एक इमारत में भीषण आग लग गई, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई।
14 मई:- नरेला इलाके में प्लास्टिक का दाना बनाने वाली फैक्टरी में भीषण आग लगी। दमकल की 22 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था। कोई हताहत नहीं।
17 मई:- दिल्ली के अशोक विहार के जीटी करनाल रोड स्थित अटलांटिस बैंक्वेट हॉल में आग लग गई।
19 मई:- दिल्ली के बवाना इलाके में एक थिनर फैक्टरी में भीषण आग लग गई। 17 गाड़ियों ने आग बुझाई।
19 मई:- दिल्ली के न्यू मुस्तफाबाद इलाके में एक फैक्टरी में धमाके के बाद भीषण आग लगी। एक की मौत, छह गंभीर रूप से घायल।