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पाकिस्तानी अखबारों सेः पंजाब मामले में सुप्रीम कोर्ट की फुल बेंच गठित करने की मांग रद्द करने को प्रमुखता

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– डॉलर की ऊंची उड़ान और स्टॉक मार्केट में मंदी की ख़बरों को भी महत्व

– सरहद इस पार से ‘हर घर तिरंगा मुहिम’ पर महबूबा मुफ्ती की आलोचना

पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने पंजाब प्रांत के डिप्टी स्पीकर की रूलिंग पर सरकार की सुप्रीम कोर्ट के जरिए फुल बेंच गठित करने की मांग को रद्द किए जाने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की हैं।

अखबारों ने लिखा है कि सरकार में शामिल गठबंधन दलों ने डिप्टी स्पीकर की रूलिंग पर फैसला करने के लिए चीफ जस्टिस के जरिए तीन सदस्यीय खंडपीठ के स्थान पर फुल बेंच बनाकर फैसला सुनाने की मांग को रद्द करने पर नाराजगी व्यक्त करने की खबरें दी है। गठबंधन दलों ने अदालती कार्रवाई का बायकाट करने का ऐलान किया है। अखबारों ने पंजाब के मुख्यमंत्री के केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में राजनीतिक दलों के नेताओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाए जाने की खबरें भी दी हैं।

अखबारों ने पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार का अदालत पर हमला करना संविधान को तोड़ना है। अखबारों ने बताया कि सरकार में शामिल गठबंधन के लोगों ने फैसला लिया है कि हमजा शाहबाज को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटाने के अदालत के फैसले को किसी भी हाल में नहीं मानेंगे।

अखबारों ने डॉलर की ऊंची उड़ान की खबरें देते हुए बताया है कि इसकी कीमत 233 रुपये हो गई है। स्टॉक मार्केट में मंदी की वजह से निवेशकों का रुपया प्रतिदिन डूबता जा रहा है। अखबारों ने ईरान के जरिए पाकिस्तानी करेंसी में एलपीजी और बिजली देने पर तैयार होने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने कोर कमांडर की कॉन्फ्रेंस में बाढ़ से प्रभावितों की हर संभव मदद किए जाने का फैसला लेने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने बताया है कि कराची और रावलपिंडी में बाढ़ की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है।

अखबारों में डिप्टी गवर्नर स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का एक बयान छपा है जिसमें उन्होंने कहा कि अभी ऐसी स्थिति पैदा नहीं पैदा हुई है कि सोने को गिरवी रखा जाए। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग के पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा खबरें ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के उस बयान को प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार हर घर तिरंगा मुहिम के लिए लोगों को भारत का राष्ट्रीय ध्वज खरीदने पर मजबूर कर रही है। कश्मीर मीडिया सर्विस के अनुसार महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि राष्ट्रभक्ति किसी पर जोर जबरदस्ती से थोपी नहीं जा सकती है। वीडियो में कहा गया है कि नगर निगम की एक गाड़ी से ऐलान किया जा रहा है और दुकानदारों से राष्ट्रीय ध्वज के लिए 20-20 रुपये जमा किए जा रहे हैं।

रोजनामा दुनिया ने एक खबर दी जिसमें बताया गया है कि छत्तीसगढ़ में माओवादियों का राज चल रहा है। वहां पर तीन गाड़ियों को माओवादियों ने आग के हवाले कर दिया है। अखबार ने बताया है कि हथियारबंद माओवादियों ने रविवार को एक टेलीकम्युनिकेशन कंपनी की तीन गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। अखबार ने बताया है कि इस कंपनी के जरिए केबल बिछाने का काम किया जा रहा था। अखबार ने बताया है कि माओवादियों ने केबल बिछाने का काम कर रहे मजदूरों को मारा पीटा और उन्हें भगा दिया है।

आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल

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