अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिला के हुरी में सड़क निर्माण स्थल से लापता 19 सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के श्रमिकों में से तीन की मौत हो गई है। अब तक आठ श्रमिकों को बचाया गया है और उनके स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। यह जानकारी कुरुंग कुमे जिला प्रशासन ने दी है।
भारतीय वायुसेना ने बेहतर इलाज के लिए शनिवार को पांच श्रमिकों को हुरी से नाहरलगुन एयरलिफ्ट किया था। श्रमिकों को नाहरलगुन के टोमो रिबा इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस (ट्रिम्स) में भर्ती कराया गया है। ट्रिम्स के निदेशक डॉ. माजी जिनी ने बताया कि बचाए गए श्रमिकों का उपचार चल रहा है। जिला प्रशासन के अनुसार शनिवार को इन तीन श्रमिकों को हवाई मार्ग से नहीं ले जाया जा सका। गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के चलते पीड़ित श्रमिकों को कोलेरिया के जिला अस्पताल ले जाया गया है।
कुरुंग कुमे जिला उपायुक्त निगी बंगिया ने बताया कि हुरी और फुरक के बीच फुरक नदी के पास जंगल से आठ श्रमिकों को बचाया गया। इनमें चार अन्य को शुक्रवार शाम को बचाया गया था, जबकि चार अन्य को शनिवार को बचाया गया था। उपायुक्त के अनुसार जिन तीन मजदूरों की मौत हुई है, उनकी पहचान हिकमत अली (38), फरिजुल हक (18) और वाजेद अली (19) के रूप में हुई है।
उपायुक्त ने बताया है कि जब तक सभी लापता लोगों को बचाया नहीं जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा। शनिवार को प्रतिकूल माहौल के कारण अधिकारियों और भारतीय वायुसेना के अभियान को शनिवार सुबह दूसरे दौर के बाद बंद करना पड़ा था। कुरुंग कुमे जिले के एसपी और डीसी की देखरेख में राज्य आपदा प्रतिक्रिया विभाग की टीम बचाव कार्यों के लिए पुलिस कर्मियों और स्थानीय बचाव दलों के साथ दामिन में डेरा डाले हुए है।