भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शनिवार को तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में सरकारी पैसे की लूट मची है।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने भाजपा मुख्यालय में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता घोष के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि एक मंत्री के करीबी दोस्त के घर से 21 करोड़ रुपये नगद और सोना ईडी ने बरामद किया है। इस व्यक्ति की वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई बार प्रशंसा भी की है।
चंद्रशेखर ने कहा कि इसी तरह से झारखंड में, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी से, महाराष्ट्र के एक मंत्री जिसने हजारों करोड़ रुपये की बेनामी संपत्तियां अर्जित की हैं, केरल के मुख्यमंत्री स्वयं सोने की स्मगलिंग में फंसे हुए हैं और कांग्रेस के राजवंश के एक सदस्य जो अचानक रहस्यमय तरीके से जमीन के मालिक बन गए । इन सबमें एक समान बात यह है कि ये सब जांच एजेंसियों और जांच अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए जुलूस के साथ निकलते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ईडी और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा कार्रवाई कर के एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति को मुख्यधारा में वापस लाया गया है।
चंद्रशेखर ने आगे कहा कि हम उन नेताओं के पाखंड को बेनकाब करना चाहते हैं जो जांच एजेंसियों को डराने और जांच की प्रक्रिया को पटरी से उतारने की पूरी कोशिश करते हैं।
वहीं, भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि सत्तारुढ़ दल सच्चाई को दबाने के लिए जांच एजेंसियों पर आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि जो खुलासा हुआ है क्या वो सामान्य है, 21 करोड़ रुपए कुछ भी नहीं है? उन्होंने कहा कि इस दौरान बरामद दस्तावेज की और जांच होनी चाहिए। दस्तावेज़ में शामिल नाम की भी जांच होनी चाहिए। ऐसे ही उनके कितने नेताओं ने करोड़ों रुपए छुपा के रखे हैं अब ईडी के सक्रिय होने पर सब सामने आएगा।
घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस अब जांच पर शोर मचा रहा है। उसे डर सता रहा है कि अब पूरा सच सामने आएगा।
उल्लेखनीय है कि कैबिनेट मंत्री और राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को आज शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में उनके आवास पर कई घंटों की तलाशी के बाद गिरफ्तार किया है। उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से अब तक 21.20 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं।