नवादा चिकित्सा जगह के भीष्म पितामह माने जाने वाले प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर ज्वाला प्रसाद का शुक्रवार को नवादा आवास में निधन हो गया । वे 87 वर्ष के थे।उनके निधन की खबर सुनते ही चिकित्सा जगत के साथ ही समाज में शोक की लहर दौड़ गई है।
सैकड़ों चिकित्सक, अधिवक्ता, पत्रकार, बुद्धिजीवी ,व्यवसाई उनके आवास पर पहुंच कर पुत्र डॉ पंकज कुमार तथा पुत्र डॉक्टर नीरज ,इंजीनियर अंबुज ,पुत्रबधू डॉ स्वेता का धीरज बंधाने के साथ ही श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
पूर्व सिविल सर्जन डॉ सावित्री शर्मा ,डॉ विमल कुमार सिंह, डॉ अखिलेश कुमार मोहन ,डॉक्टर साधु शरण ,डॉ अरविंद कुमार ,भाजपा नेत्री डॉ पूनम शर्मा, पत्रकार डॉ साकेत बिहारी ,डॉ सुधा शर्मा ,डॉक्टर संतोष कुमार ,डॉ गिरिजेश कुमार, बैंक अधिकारी डॉक्टर सुबोध कुमार , प्रसिद्ध ब्यवसाई शिवहरि अग्रवाल, अनूप कुमार सिन्हा सहित सैकड़ों लोग श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
डॉ ज्वाला बाबू 87 वर्ष के थे ।अपने घर में ही सीढ़ी से गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कारण ब्रेन हेमरेज की परेशानियों से 3 वर्षों से जूझ रहे थे। आखिरकार शुक्रवार को वे अंतिम सांस ली ।उनके पुत्र डॉ नीरज कुमार ने बताया कि नवादा के बिहारी घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। नवादा के हजारों गणमान्य लोग उनके घर के बाहर फूल मालाओं के साथ उनकी अंतिम विदाई देने जुटे। डॉक्टर ज्वाला प्रसाद 50 वर्षों से भी अधिक समय तक नवादा में एक प्रसिद्ध चिकित्सक के रूप में स्वास्थ्य जगत में अपनी जलवा बिखेरते रहे ।बेहतर इलाज के मामले में उनका कोई सानी नहीं था ।डॉक्टर ज्वाला प्रसाद सामाजिक कार्यों में भी काफी रूचि लेते थे ।जिस कारण व्यवसाई वर्ग से लेकर चिकित्सकों और बुद्धिजीवियों में उनकी खासी पहचान थी । वे के बेहतर इलाज के लिए जाने जाते थे।
आशा खबर / शिखा यादव