लोकसभा में शुक्रवार को अंटार्कटिका संधि के लिए पर्यावरणीय संरक्षण पर प्रोटोकॉल को प्रभावी बनाने का प्रयास करने वाला भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, 2022 पारित हो गया। विधेयक पारित होने के साथ ही सदन की कार्यवाही 25 जुलाई, सोमवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन में संक्षिप्त चर्चा के बाद इस विधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। केंद्रीय मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि यह विधेयक अंटार्कटिका समुद्री जीव संसाधन संबंधी कन्वेंशन और अंटार्कटिका संधि के लिए पर्यावरणीय संरक्षण पर प्रोटोकॉल को प्रभावी बनाने का प्रयास करता है। विधेयक अंटार्कटिका के वातावरण के संरक्षण तथा इस क्षेत्र में गतिविधियों को रेगुलेट करने के उद्देश्य से लाया गया है। इस विधेयक के तहत अंटार्कटिका में कुछ गतिविधियों को प्रतिबंधित किया गया है। इसमें परमाणु विस्फोट या रेडियोएक्टिव कचरे का निस्तारण, उपजाऊ मिट्टी को ले जाना, और समुद्र में कचरा, प्लास्टिक या समुद्री वातावरण के लिए नुकसानदेह पदार्थों को निस्तारित करना शामिल है। यह विधेयक उन व्यक्तियों, जहाजों पर लागू होगा जो जारी परमिट के अंतर्गत अंटार्कटिक के लिए भारतीय अभियान का हिस्सा हैं।
विधेयक के पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल