लोकसभा में शुक्रवार को दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही पटरी पर आती दिखी। भोजनावकाश के बाद सदन में केंद्रीय मंत्री डॉ जितेन्द्र सिंह ने भारतीय अंटार्कटिक विधेयक, 2022′ को चर्चा और पारित करने के लिए पेश किया।
डॉ सिंह ने कहा कि यह बिल अंटार्कटिका संधि, अंटार्कटिका समुद्री जीव संसाधन संबंधी कन्वेंशन और अंटार्कटिका संधि के लिए पर्यावरणीय संरक्षण पर प्रोटोकॉल को प्रभावी बनाने का प्रयास करता है।
इससे पहले, सदन में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पीठासीन अधिकारी किरीट सोलंकी ने हंगामे के बीच महत्वपूर्ण दस्तावेज को पटल पर रखवाने के बाद नियम 377 के तहत शून्यकाल की कार्यवाही शुरू की। किंतु, सदन में विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और शोरगुल बढ़ता गया। जिसको देखते हुए सोलंकी ने बैठक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले प्रश्रकाल भी हंगामे की भेंट चढ़ गया और महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष की चर्चा कराने की मांग को लेकर हुए शोरगुल और हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू किया विपक्ष के सदस्य महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर आसन के समीप आ गए और नारेबाजी तथा हंगामा करने लगे। बावजूद, बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया, लेकिन हंगामा बढ़ता ही गया। बिरला ने कई बार सदस्यों को अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया। किंतु, सदस्यों पर इसका असर न पड़ा। सदन में शोरगुल और हंगामा थमता न देख बिरला ने कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल