भूजल सप्ताह के समापन समारोह में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि पूरे देश के साथ उप्र भी एक-एक बूंद जल की चिंता करते हुए हर वर्ष भूजल सप्ताह का आयोजन कर रहा है। हमारी सरकार के प्रयास के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने भूजल संरक्षण में आम लोगों की सहभागिता बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि आज विशिष्ट लोगों को सम्मानित भी किया जा रहा है। भूजल पर काम करने वाले सभी महानुभावों का हृदय से अभिनंदन करता हूं। उनका स्वागत करता हूं।
लोकभवन में शुक्रवार को भूजल सप्ताह के समापन समारोह में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि जल है तो जीवन है। समझता हर व्यक्ति है लेकिन वह उसे कर नहीं पाता है। भारतीय मनीषियों ने जल को बहुत पवित्र भाव के साथ देखा है। इसके बगैर जीव की परिकल्पना ही नहीं की जा सकती है। पहले लोग तालाब खुदवाने का कार्य करते थे। कुंआ खुदवाते थे। भारत में नदियों को मां कहा। ताकि नदियों की पवित्रता बनी रहे। बीच के कालखण्ड में उस भाव की कमी आयी। नदियां गंदी हुईं। उसका खामियाजा भुगतना पड़ा। विगत चार पांच वर्षों के अंदर जो अभियान चले, उसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार नदियों की स्वच्छता को लेकर कार्य कर रही है।
योगी ने कहा कि जब प्रदेश की आबादी मात्र छह करोड़ थी, आज जब हमारी आवादी 25 करोड़ है। भूजल वही रहा। हम भूजल का दोहन बढ़ाते गए। अतिदोहन की वजह से प्रदेश के कई विकास खण्ड डार्क जोन में चले गए थे। विभिन्न प्रयासों से आज हम एक बार फिर ठीक कर रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में सात नदियों को पुनर्जीवित करने में सफल रहे हैं। अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं। हम आजादी के 75वां वर्ष मना रहे हैं। हमें सोचना होगा कि हम अपनी पीढ़ी को क्या देने जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग की एक व्यवस्था दी है। अगर हम जल का संरक्षण कर सकेंगे तो भूजल का भी संरक्षण हो सकेगा। मेरी अपील है कि हमे इस दिशा में और अधिक काम करने की जरूरत है। सब लोग जल संरक्षण के कार्य में आगे आकर कार्य करें।
जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने खेत पर मेढ़ और मेढ़ पर पेड़ का नारा दिया। उन्होंने जल को संरक्षित करने की लोगों से अपील की। स्वतंत्रदेव सिंह, राज्यमंत्री रामकेश निषाद और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आशा खबर / शिखा यादव