प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने शुक्रवार सुबह शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी के अलावा उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी के घरों पर छापा मारा है। निदेशालय पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर हुई धांधली पर धन शोधन की जांच कर रहा है। यह छापे इसी सिलसिले में मारे गए हैं। आरोप है यह धांधली जब हुई तब पार्थ चटर्जी शिक्षामंत्री थे।
यह छापे नाकतला स्थित पार्थ के आवास और उत्तर बंगाल के मेखलीगंज में परेश अधिकारी के घर पर मारे गए। ईडी की टीमें दोनों जगह सघन तलाशी ले रही हैं। चटर्जी से इसके पहले भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। परेश अधिकारी से भी पूछताछ हो चुकी है।
आरोप है कि प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति से लेकर 9वीं, 10वीं, 11वीं तथा ग्रुप सी व डी में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। ऐसे लोगों को नौकरी दी गई जिन्होंने या तो परीक्षा नहीं दी या पास नहीं हुए हैं। उनसे बड़ी राशि घूस के तौर पर ली गई। इस संबंध में दस्तावेजों की खोज में ईडी की टीम ने छापेमारी की है। यह पहली बार है जब ऐसे मामले में ईडी के अधिकारियों ने पार्षद के घर पर भी छापेमारी की है। सूत्रों ने बताया है कि इसी मामले में ईडी ने 13 जगहों पर छापेमारी की है। इसमें ईडी के 80 अधिकारी शामिल हैं।
शिक्षा मंत्री के अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों, सलाहकार समिति के सदस्यों और कथित तौर पर प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति के लिए बिचौलिया का काम करने वाले रंजन मंडल उर्फ चंदन से जुड़े स्थानों पर तलाशी अभियान चल रहा है। छापे के समय पार्थ अपने घर पर मौजूद थे।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल