जार को दी सूचना में बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में मुनाफा 60.5 फीसदी बढ़कर 1,631.02 करोड़ रुपये रहा है। इस दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 10,113.29 करोड़ रुपये पर हो गई है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 9,298.07 करोड़ रुपये रही थी। बैंक ने कहा कि उसका मुनाफा मुख्य रूप से डूबा कर्ज घटने से बढ़ा है।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का ब्याज आय 9.5 फीसदी बढ़कर 8,181.77 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। 30 जून तक सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) सुधरकर 2.35 फीसदी रह गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2.88 फीसदी थी। इसी तरह सालाना आधार पर बैंक का शुद्ध एनपीए 0.84 फीसदी यानी 1,759.59 करोड़ रुपये घटकर 0.67 फीसदी यानी 1,661.21 करोड़ रुपये रह गया है। इसके अलावा इस तिमाही में बैंक का डूबे कर्ज और आकस्मिक खर्च के लिए प्रावधान भी घटकर 1,250.99 करोड़ रुपये पर रह गया, जो एक साल पहले यह 1,779.33 करोड़ रुपये रहा था।
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा