स्पीडी ट्रायल चलाने के निर्देश अनुपालन में बरती गई लापरवाही
-दिए गए स्पष्टीकरण भी संतोषजनक नहीं
मासिक अपराध गोष्ठी में एसपी डॉ कुमार आशीष के दिए निर्देशों के अनुपालन में निष्क्रिय और लापरवाह जिले के 15 थानाध्यक्षों के विरुद्ध कार्रवाई की गाज गिरी है। जिसमें तत्काल एसपी के निर्देशों का अनुपालन न पाए जाने पर 15 थानाध्यक्षों (सूची संलग्न) से उनकी निष्क्रियता, संदिग्ध आचरण, स्वेच्छाचारिता, मनमानी और घोर लापरवाही के आरोप के विरुद्ध स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बीते 14 जुलाई को हुए मासिक अपराध गोष्ठी में एसपी के दिए गए निर्देश के आलोक में 24 घंटे के भीतर स्पीडी ट्रायल के लिए कांडों की थानावार विवरणी बार-बार स्मार किये जाने के बाद भी पंद्रह थानाध्यक्षों ने कार्यालय में प्रेषित नहीं की। मामले में संबंधित थानाध्यक्षों के दिए गए स्पष्टीकरण असंतोषजनक मिले। वैसी स्थिति में उनके विरुद्ध एसपी के द्वारा अब अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी।
स्पीडी ट्रायल पीड़ितों को न्याय दिलाने का एक सुगम जरिया होने के साथ-साथ अपराधियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलाने एवं समाज में उनके दुष्प्रभाव को कम करने का पुलिस के पास एक विधिक हथियार है। वहीं एसपी के नेतृत्व में मोतिहारी पुलिस लगातार दुर्दांत अपराधियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया को अपनाकर अपराध का खात्मा करने के लिए संकल्पित है।
आशा खबर / शिखा यादव