– बापू की वर्ष 1916 में पंडित जवाहर लाल नेहरू से चारबाग रेलवे स्टेशन में हुई थी पहली भेंट
– उप्र के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 23 जुलाई तक मनाया जाएगा आजादी का अमृत महोत्सव
राजधानी लखनऊ के चारबाग सहित प्रदेश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर सोमवार से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत जश्न और उत्सव की शुरुआत हो गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अब 23 जुलाई तक रेलवे स्टेशनों पर ”आजादी की रेलगाड़ी आजादी के स्टेशन” सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने आजादी का अमृत महोत्सव उत्सव सोमवार से मनाना शुरू कर दिया है। इसके तहत ”आजादी की रेल गाड़ी आजादी के स्टेशन” सहित विभिन्न गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन अब 23 जुलाई तक किया जाएगा। इनमें रेलवे स्टेशनों पर स्वतंत्रता सेनानियों से संबंधित क्षेत्रीय भाषाओं में नुक्कड़ नाटक, देशभक्ति के गीत, वीडियो फिल्म, जनभागीदारी संबंधित घोषणाएं, फोटो प्रदर्शनी, स्टेशनों की सजावट आदि शामिल हैं।
उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल की वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि सोमवार से आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम शुरु हो गया है। उत्तर रेलवे का लखनऊ मंडल 23 जुलाई तक अपनी सशक्त भूमिका का निर्वहन करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इसी क्रम में सोमवार को अपराह्न करीब 04 बजे शुभारंभ होने वाले समारोह में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ विनय कुमार त्रिपाठी नई दिल्ली से वीडियो लिंक के जरिए जुड़ेंगे।
इस समारोह में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सुरेश कुमार सपरा और मंडल के अन्य अधिकारी वीडियो लिंक से जुड़कर समारोह में सम्मिलित होंगे। पूरे सप्ताह आयोजित होंने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में चारबाग स्थित प्रथम श्रेणी की पोर्टिको में प्रतिदिन नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत वीडियो फिल्म, हर घर तिरंगा, होर्डिंग्स एवं बैनर, फोटो प्रदर्शनी, आजादी की रेलगाड़ी, सेल्फी पॉइंट, स्टेशनों की सजावट और प्रकाश व्यवस्था सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सप्ताह भर मनाये जाने वाले अमृत महोत्सव कार्यक्रमों में लखनऊ मंडल के सभी छोटे-बड़े स्टेशनों पर रेल कार्यालयों, यूनिटों, विभागों, कार्यशालाओं में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी सम्मिलित होकर उत्साह पूर्ण ढंग से मनाएंगे।
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन का आजादी के आन्दोलन में विशेष महत्व है। 26 दिसम्बर 1916 को बापू (राष्ट्रपिता महात्मा गांधी) लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर आये थे। यहां पर पंडित जवाहर लाल नेहरू और बापू की पहली मुलाकात हुई थी। इसके अलावा मार्च और अप्रैल 1936 में एक सम्मलेन में भाग लेने महात्मा गांधी दूसरी बार चारबाग रेलवे स्टेशन पर आये थे। इस कारण आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन का चयन किया गया है।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव पर उत्सव, उल्लास और जश्न मनाने के 75 रेलवे स्टेशनों को नामित किया गया है। इसमें पूर्वोत्तर रेलवे के दो स्टेशनों चौरी-चौरा एवं बलिया स्टेशन को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ, इज्जतनगर और वाराणसी सहित तीनों मंडलों में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 23 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
आशा खबर / शिखा यादव