कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर व्यापारिक घरानों के हितों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके प्राथमिकता में किसान हित शामिल नही है।
पार्टी के किसान एवं खेत मजदूर कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि बीते 10 वर्षों में व्यापारिक घरानों के 12 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए गए हैं। वहीं देश का किसान कर्ज के बोझ तले दब कर आत्महत्या कर रहा है। खैरा ने कहा कि वर्ष 2000 से वर्ष 2015 के बीच साढ़े चार लाख किसानों और खेत मजदूर ने आत्महत्या की हैं।
खैरा ने कहा कि अकेले पंजाब के किसानों पर एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। लगभग यही हाल पूरे देश के किसानों का है। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दो पर केन्द्र सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है। खैरा ने कहा कि वह देश के किसानों को संगठित कर उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि किसान के हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 50 वर्ष पहले तीन क्विंटल गेहूं बेचकर किसान एक तोला सोना खरीद सकता था। लेकिन आज एक तोला सोना खरीदने के लिए उसे 25 क्विंटल गेहूं बेंचना पड़ेगा।