दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के ललिताघाट के समीप गुरुवार अपरान्ह में उस समय अफरा—तफरी मच गई। जब श्रद्धालुओं से भरी नाव में अचानक पानी भर गया। संयोग ही रहा कि नाव पर सवार श्रद्धालुओं को बचा लिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का जत्था वाराणसी आया हुआ था। दोपहर में श्रद्धालु ललिताघाट से नाव पर सवार होकर गंगा में नौकायन के लिए बैठे थे। इसी दौरान नाविक ने नाव में क्षमता से अधिक लगभग पचास लोगों को बैठा लिया । ठसाठस भरी नाव लेकर नाविक जैसे ही गंगा में किनारे से आगे बढ़ी, नाव में पानी भरने लगा। यह देख नाव में सवार यात्री जोर—जोर से बचाव के लिए चिल्लाने लगे। यह देख आसपास मौजूद मल्लाहों ने तत्काल अपनी नावों से कवर कर एक-एक यात्री को नाव से सुरक्षित निकाल लिया। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि नाविक ने नाव में जीवन बचाने के उपकरण,रस्सी और लाइफ जैकेट भी नहीं रखी थी। नाविक की लापरवाही को लोग कोसते रहे। उनका कहना था कि संयोग ही रहा कि बड़ा हादसा टल गया। इस मामले में डीसीपी काशी जोन ने नाविक के विरुद्ध कार्यवाही का निर्देश दिया है।
आशा खबर / शिखा यादव