श्री काशी विश्वनाथ धाम के पुराने गेट नम्बर एक के पास गुरुवार को एक पुराने जर्जर मकान का छज्जा अचानक भहरा कर सड़क पर गिर गया। संयोग ही रहा कि उस समय शिवभक्तों की कतार आगे बढ़ गई थी। भीड़ भरे क्षेत्र में जर्जर मकान का छज्जा गिरने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। सूचना पर पुलिस अफसर भी क्षेत्रीय पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गये।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के पुराने गेट नंबर-1 के समीप एक व्यक्ति का पुराना जर्जर मकान है। मकान में एक बुर्जुग रहते है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि बुर्जुग मकान से दिनभर पानी सड़क पर गिराते रहते है। सावन के पहले दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के लिए कांवड़िये और शिवभक्त कतारबद्ध थे। भीड़-भीड़ धीरे-धीरे मंदिर की ओर बढ़ रही थी। जर्जर मकान के पास से कावड़ियों और शिवभक्तों का जत्था लगभग पचास-साठ मीटर आगे बढ़ा ही था कि अचानक जर्जर मकान का छज्जा भहरा कर सड़क पर गिर गया। इससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों और तमाशबीनों को वहां से हटाया।
क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की कृपा थी कि बड़ा हादसा टल गया। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि मकान का एक हिस्सा लगभग एक सप्ताह पहले भी गिरा था। तब भी नगर निगम के अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। सावन माह में इस क्षेत्र में लाखों की भीड़ उमड़ती है। ऐसे में जर्जर भवनों को लेकर सर्तकता बरतने की जरूरत है।
आशा खबर / शिखा यादव