उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि वन हमारे संकुचित हो रहे हैं इसके कारण हमें जड़ी-बूटियां नहीं मिल पा रही हैं। इसलिए जड़ी बूटियों के संग्रहण और संवर्धन के लिए एक समिति बनाकर हम लोगों ने भारत सरकार को भेजा है।
आयुष मंत्री ने कहा कि औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार भी होगा। दयाशंकर मिश्र बुधवार को लोकभवन में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान आयुष मंत्री ने सौ दिन की उपलब्धियों के बारे में चर्चा की।
दयाशंकर दयालु ने बताया कि 134 प्रकार के पौधे हैं जो हमारे आस पास रहते हैं। जड़ी बूटियों के कारोबार में उछाल आया है। हल्दी का कारोबार पिछले समय से कई गुना बढ़ गया है। आयुष मंत्री ने बताया कि गुरू गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर में बन रहा है। प्रशासनिक भवन बनने की ओर अग्रसर है। प्रशासनिक इकाई तैयार हो जायेगी तो 105 कालेजों का संचालन यहीं से होगा।
आयुष मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद, यूनानी व होम्योपैथ मिलाकर 2110 आयुर्वेद के अस्पताल थे। अब हमने एकीकृत अस्पताल बनाने शुरू किये हैं। 11 अस्पताल निर्माणाधीन हैं जहां तीनों विधाओं के चिकित्सक मिलेंगे। पंचकर्म जैसी सुविधा भी वहां उपलब्ध होगी।
मंत्री ने कहा कि हमारे पास दवाओं की कमी नहीं है। उच्चीकृत जांच की प्रयोगशाला बन गयी है। मण्डल मुख्यालयों पर प्रयोगशाला खोली जायेगी।
आशा खबर / शिखा यादव