वैश्विक महामारी कोरोना से दुनिया पूरी तरह से उबर भी नहीं पाई है कि यूरोपीय देशों में एक बार फिर से ओमीक्रोन के नए म्यूटेंट से कोरोना की नई लहर आने की आशंका जताई जा रही है। यह दावा यूरोपीय संघ की औषधि एजेंसी के एक अधिकारी ने किया है।
यूरोपीय संघ की औषधि एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि क्षेत्र के कई देशों में कोविड-19 की नई लहर आ रही है और इसकी वजह कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के अति-संक्रामक उत्परिवर्तन (म्यूटेंट) हैं। यूरोपीय औषधि एजेंसी (ईएमए) के मार्को कैवेलरी ने बताया कि ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप में परिवर्तन होकर बीए.4 और बीए.5 प्रकार बने हैं और ये जुलाई के अंत तक समूचे महाद्वीप में सभी अन्य प्रकारों को खत्म कर उनकी जगह ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस बात के सबूत नहीं है कि वायरस के ये प्रकार पिछले स्वरूपों की तुलना में लोगों को ज्यादा बीमार करेंगे लेकिन अधिक उम्र के लोगों में इसका ज्यादा संचरण गंभीर बीमारी में तब्दील होने लगा है। ईएमए ने अप्रैल में 80 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को सलाह दी थी कि वे कोरोना रोधी टीके की दूसरी बूस्टर खुराक लगवा लें।
कैवेलरी ने कहा कि अब उन लोगों को दूसरी बूस्टर खुराक लगवाने की सलाह दी जा रही है जो 60-79 साल के हैं या चिकित्सकीय तौर पर संवेदनशील हैं, भले ही उनकी उम्र कुछ भी हो। उन्होंने कहा, “यूरोपीय संघ में नई लहर सामने आ रही है और यह जरूरी है कि संवेदनशील समूहों का बचाव किया जाए और टीकाकरण कराने में टालमटोल से बचा जाए।”
कोरोना दुनियाभर में 63 लाख लोगों की अब तक जान ले चुका है। इस महामारी का तीसरा साल चल रहा है तथा यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने लगभग सभी पाबंदियों को हटा लिया है।
आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल