महाराष्ट्र में पिछले 36 दिनों में हुई बारिश से 65 लोगों की मौत हो चुकी है और 57 लोग घायल हो गए हैं। भारी बारिश के कारण संभावित खतरे से बचाने के लिए कोंकण से अब तक 4,500 लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
पिछले तीन-चार दिनों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई है, मुंबई और कोंकण तटीय हिस्से में आज भी अच्छी तरह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों तक राज्य के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है, जिससे राहत तथा बचाव दल को अगले तीन दिनों के लिए भारी एलर्ट पर रखा गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को बारिश के दरम्यान हर एक के जीवन को बचाने के हरसंभव प्रबंध करने का सख्त आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से पूरी सतर्कता बरतने को कहा है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में छिटपुट बारिश 1 जून से शुरु हुई थी, लेकिन पिछले हफ्ते से बारिश ने जोर पकड़ा है। इस तरह 1 जून से अब तक राज्य में भारी बारिश से बुधवार तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है और 57 लोग घायल हो गए हैं। पिछले सप्ताह से हो रही मूसलाधार बारिश के मद्देनजर राज्य के 10 जिलों में एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की दो टुकडिय़ों को तैनात किया गया है, साथ ही अतिरिक्त नौ टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।सभी एजेंसियों को आपात स्थिति के दौरान समन्वय से काम करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि होने वाली बारिश पर नजर रखें और खतरा होने से पहले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के सिंधुदूर्ग, रायगढ़, रत्नागिरी जिले में बारिश की वजह से कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया था, लेकिन आज जलस्तर धीरे -धीरे घट रहा है। कोल्हापुर में जोरदार बारिश से पंचगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया था ,लेकिन आज जलस्तर घटा है। यहां एनडीआरएफ की दो टीम कार्यरत है। जलगांव में भी भारी बारिश से कई नदियों का जलस्तर बढ़ा है, लेकिन अभी तक किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है।
आशा खबर/रेशमा सिंह पटेल