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केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि साल 2021-22 में जनऔषधि से जनता के 5,360 करोड़ रुपये की बचत हुई है। बुधवार को उन्होंने ट्वीट करके कहा कि जनऔषधि केन्द्रों पर उपलब्ध सस्ती एवं गुणवत्तापूर्ण दवाओं के कारण देश की जनता का जेब खर्च कम हुआ है।
उन्होंने बताया कि साल 2019-20 में जनऔषधि केन्द्रों से जनता के 2,500 करोड़ रुपये की बचत हुई थी जबकि यह राशि 2021-22 में बढ़कर दोगुनी हो गई। कुल मिलाकर जनता के पैसों की बचत और सहूलियत हो रही है।
क्या है जनऔषधि केन्द्रों का उद्देश्य
प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों को कम मूल्य पर दवाइयां उपलब्ध करवाना है। इस योजना के माध्यम से जेनेरिक दवाइयां कम मूल्य पर उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह दवाइयां ब्रांडेड दवाइयों जितनी ही प्रभावी होंगी। अब देश के सभी आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक दवाइयां प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना देश के नागरिकों के स्वास्थ्य को सुधारने में कारगर साबित होगी। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से देश के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार आएगा। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र कई नागरिकों को रोजगार का अवसर भी प्रदान करेगी। जिससे कि देश की बेरोजगारी दर में भी गिरावट आएगी।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल