कर्नाटक राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग-17 के गोवा-कर्नाटक सीमा से कुंडापुर खंड को चार लेन का बनाने की परियोजना पूरी होने के करीब है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया कि वर्तमान में 173 किलोमीटर (कुल कार्य का 92.42 प्रतिशत) कार्य पूरा हो चुका है। इस परियोजना पर यातायात खुला है, शेष परियोजना दिसंबर 2022 तक पूरी हो जाएगी।
गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में केन्द्र सरकार देश के हर कोने में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है। सरकार नये भारत को ‘कनेक्टिविटी के माध्यम से समृद्धि’ के युग की ओर ले जाने के लिए तत्पर है।
उन्होंने यह भी कहा कि 187 किलोमीटर लंबाई के इस खंड में एक ओर अरब सागर का तट है तो दूसरी ओर पश्चिमी घाट है। उन्होंने कहा कि इस मनोरम दृश्य के कारण यह योजना बहुत शानदार है और यह पश्चिम और दक्षिण भारत के बीच एक महत्वपूर्ण तटीय राजमार्ग लिंक भी है।
गडकरी ने कहा कि यह रणनीतिक राजमार्ग विभिन्न भू-भागों से होकर गुजरता है, इसकी लगभग 50 प्रतिशत लंबाई (45 किलोमीटर) घुमावदार इलाकों से और 24 किलोमीटर पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरती है।
यात्रियों को विश्व स्तरीय सड़क बुनियादी ढांचे का अनुभव कराने के उद्देश्य से यह राजमार्ग प्रमुख शहरों और कस्बों को जोड़ते हुए पनवेल, चिपलून, रत्नागिरी, पणजी, मडगांव, कारवार, उडुपी, सुरथकल, मैंगलोर, कोझीकोड, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम और कन्याकुमारी से होकर गुजरता है।
गडकरी ने कहा कि इस राजमार्ग के विकास ने परियोजना से प्रभावित क्षेत्रों में नए वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए कई गुना अवसरों के साथ आर्थिक विकास को नई गति प्रदान करने में सहायता की है। उन्होंने यह भी कहा कि इस राजमार्ग से स्थानीय आबादी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होंगे। इसके अलावा यह परियोजना यात्रा में लगने वाले समय को कम करेगी, दुर्घटनाओं को रोकेगी, वाहन परिचालन लागत में बचत करेगी और चिकनी सड़क के कारण ईंधन की बचत होगी तथा राज्य और राज्य से बाहर के यात्रियों को भीड़-भाड़ से मुक्ति मिलेगी।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल