प्रशासनिक अमले में महिला सशक्तिकरण की अगर नजीर देखनी हो तो आपको राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गृह जनपद कानपुर देहात की ओर रुख करना पड़ेगा। यहां पर जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और पुलिस अधीक्षक से लेकर कई तहसीलों में उप जिलाधिकारी की जिम्मेदारी महिलाएं संभाल रही हैं। यही नहीं पंचायत के विकास कार्यों की कमान भी महिला अधिकारी के हाथ में है।
कानपुर जिले से 1981 में अलग होकर कानपुर देहात जिला अस्तित्व में आया, लेकिन देश में उस समय यह जिला अधिक चर्चा में आया जब यहां के रामनाथ कोविन्द देश के राष्ट्रपति बने। इसके साथ ही कानपुर देहात का विकास तेजी से बढ़ा और प्रशासनिक अमले में महिला सशक्तिकरण का जो रूप वर्तमान में देखने को मिल रहा है वह कानपुर देहात जनपद के इतिहास में कभी नहीं रहा। पहली बार देखा जा रहा है कि जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस अधीक्षक, तीन उप जिलाधिकारी और जिला पंचायत राज अधिकारी की कमान महिलाओं के हाथ में है।
बेहिचक महिलाएं पहुंचती हैं कार्यालय
प्रशासनिक अमले में महिला अधिकारियों की अधिक संख्या होने से पीड़ित महिलाओं को बहुत आसानी हो रही है। महिलाएं बेहिचक अपनी फरियाद लेकर महिला अधिकारियों के पास पहुंच रही हैं और उनकी फरियादों का समय पर निस्तारण भी हो रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पीड़ित महिलाएं अपनी फरियाद आसानी से सरल शब्दों में अधिकारियों तक पहुंचाने में सफल हो रही हैं।
यह हैं जनपद की महिला अधिकारी
कानपुर देहात में 2014 बैच की आईएएस नेहा जैन जिलाधिकारी हैं। उन्होंने जनपद की कमान संभालते ही शिक्षा और स्वास्थ्य को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया। जनपद में दूसरा अहम पद मुख्य विकास अधिकारी का होता है जिसकी जिम्मेदारी 2017 बैच की आईएएस सौम्या पाण्डेय संभाल रही हैं। इनका योगदान महिला सशक्तिकरण, विकास कार्यों में तेजी और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की सहायता करना है। पुलिस अधीक्षक पद पर आईपीएस सुनीति महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से निस्तारण कर रही हैं। इसके अलावा अपर जिलाधिकारी प्रशासन गरिमा सिंह, उप जिलाधिकारी डेरापुर साक्षी शर्मा, उप जिलाधिकारी पूनम गौतम, उप जिलाधिकारी भूमिका यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण, एआरटीओ प्रवर्तन सोमलता यादव, जिला सेवायोजन अधिकारी अंजली शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वंदना सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पाण्डेय, खंड विकास अधिकारी महिमा विद्यार्थी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अर्चिता ओझा, पूर्ति निरीक्षक मल्लिका सक्सेना, तहसीलदार पूर्णिमा सिंह और क्षेत्राधिकारी तनु उपाध्याय जनपद में सेवाएं दे रही हैं।