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Category: | आर्थिक

Business News: रूस को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात दोगुने से ज्यादा बढ़ा, अमेरिका और चीन में गिरावट एजेंसी, नई दिल्ली Published by: गुलाम अहमद Updated Sat, 26 Aug 2023 06:23 AM IST Engineering exports to Russia more than doubled in July US and China decline EEPC Business news in hindi व्यापार समाचार – फोटो : Social Media Reactions भारत से रूस को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात इस साल जुलाई में दोगुने से ज्यादा बढ़कर 12.36 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। एक साल पहले की समान अवधि में यह केवल 5.56 करोड़ डॉलर के स्तर पर रहा था। इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईईपीसी) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई में अमेरिका में निर्यात 10.4 फीसदी घटकर 1.44 अरब डॉलर रह गया। Trending Videos वहीं, देश से चीन को इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात जुलाई में 10 फीसदी घटकर 19.79 करोड़ डॉलर रह गया है। दुनियाभर के प्रमुख 25 देशों में भारत का इंजीनियरिंग उत्पादों का कुल निर्यात में 76 फीसदी योगदान देता है। इसमें से 14 देशों में सालाना आधार पर जुलाई में निर्यात में गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने देश से इंजीनियरिंग वस्तुओं का कुल निर्यात 6.62 फीसदी गिरकर 8.75 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले यह आंकड़ा 9.37 अरब डॉलर रहा था। दरअसल, लौह, इस्पात और एल्युमिनियम की वैश्विक स्तर पर मांग घटने से निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। ईईपीसी इंडिया का कहना है कि निर्यात में गिरावट के आंकड़ों को देखने से एक चुनौतीपूर्ण वैश्विक व्यापार माहौल का पता चलता है। इस दौरान पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका, उत्तर-पूर्व एशिया और सीआईएस देशों को निर्यात में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली है। विदेशी मुद्रा भंडार में छह महीने की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 18 अगस्त को समाप्त हफ्ते में 7.27 अरब डॉलर की गिरावट आई है। यह 600 अरब डॉलर के नीचे 594.89 अरब डॉलर रह गया है। यह दो माह का निचला स्तर और 10 फरवरी के बाद छह महीने में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी मुद्रा संपत्ति 661 करोड़ डॉलर घटकर 527.78 अरब डॉलर रह गई है। सोने का भंडार 51 करोड़ डॉलर से गिरकर 43.82 अरब डॉलर रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत के आरक्षित भंडार में 5.1 करोड़ डॉलर की कमी आई है। जेप्टो बनी इस साल देश की पहली यूनिकॉर्न ऑनलाइन ग्रॉसरी पहुंचाने वाली जेप्टो ने अमेरिका की स्टेपस्टोन समूह से 1,652 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इससे कंपनी का मूल्यांकन 1.4 अरब डॉलर हो गया है। इसके साथ ही जेप्टो साल 2023 की पहली यूनिकॉर्न बन गई है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक आदित पालीचा और कैवल्य वोहरा ने कंपनी की शुरुआत 2021 में की थी। इस यूनिकॉर्न के साथ 21 वर्षीय पालीचा अरबों डॉलर का कारोबार खड़ा करने वाले सबसे कम उम्र के सीईओ बन गए हैं। साइबर सुरक्षा को मजबूत करें कंपनियां: सेबी सेबी ने साइबर सुरक्षा को और चाक चौबंद करने के लिए शेयर बाजारों और बाजार से जुड़ीं सुविधाएं प्रदान करने वाले ढांचागत संस्थानों के प्रबंध निदेशकों या मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) को आदेश दिया है। नए दिशानिर्देश तत्काल लागू हो गए हैं। बाजार से जुड़ी सुविधाएं प्रदान करने वाले ढांचागत संस्थानों, शेयर बाजारों, समाशोधन निगम और डिपॉजिटरी को एक वित्त वर्ष में कम से कम दो बार व्यापक साइबर ऑडिट करना जरूरी है। अदाणी समूह के पास 42,115 करोड़ नकदी अदाणी समूह के पास जून तिमाही के अंत तक नकदी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच कर 42,115 करोड़ हो गई है। समूह ने बताया, उसके सही उठाए गए कदमों का असर कंपनी की आर्थिक स्थिति पर दिखने लगा है। समूह का क्रेडिट प्रोफाइल सुधर गया है। सभी कारोबार में कुल संपत्ति के मुकाबले इक्विटी बढ़कर 55.77% पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2019 के अंत तक 40% के करीब थी। कम आय वाले 76% को सुधार की उम्मीद कम कमाई करने वाले 76% को उम्मीद है कि उनकी आय में सुधार हो सकता है। 64% मानते हैं कि बचत में वृद्धि होगी। होम क्रेडिट के मुख्य विपणन अधिकारी आशीष तिवारी ने कहा, टियर-1 वाले शहर अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे व बंगलूरू ने मासिक आय में चार महानगरों को पीछे छोड़ा है। सर्वे 17 शहरों में दो लाख से पांच लाख की सालाना कमाई वाले 2,200 लोगों पर हुआ था। अमेरिका व क्विंट समूह का भारत में जी-20 को समर्थन अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने क्विंट (अमेरिका और फ्रांस, जर्मनी, इटली से मिलकर एक अनौपचारिक निर्णय लेने वाला समूह) के राष्ट्रीय सुरक्षा और वरिष्ठ जी-20 प्रतिनिधियों को बुलाया। प्रतिभागियों ने जी-20 और भारत की जी-20 अध्यक्षता के लिए अपने एकीकृत समर्थन के साथ-साथ नई दिल्ली में मजबूत परिणाम सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर चर्चा की। इस चर्चा में आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच के रूप में जी-20 की भूमिका का प्रदर्शन, विकास और उभरते के लिए एक सकारात्मक और महत्वाकांक्षी एजेंडा चलाना शामिल है। व्हाइट हाउस के अनुसार, यूके और यूरोपीय संघ नई दिल्ली में आगामी जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन पर चर्चा करने के लिए व्हाइट हाउस में हैं।