संबंधित विभागों, पार्षदों एवं व्यापारियों की संयुक्त बैठक बुलाने के महापौर ने दिए निर्देश
महापौर का डेनेज सिस्टम को लेकर घोषणापत्र का पांचवा बिंदु भी पूर्ण होने की ओर अग्रसर
तीर्थ नगरी ऋषिकेश में नालियों के जाम होने तथा बारिश होने पर सड़कों पर जलजमाव की समस्या जल्द की दूर होने वाली है। निगम महापौर अनिता ममगांई की पांचवें बिंदु के घोषणा पत्र को सरकार के सहयोग से जल्द धरातल पर उतारा जाना है। योजना को परवान चढ़ाने के लिए बकायदा निगम प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है।
रविवार को महापौर ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर इस बाबत उन्हें आगामी 6 जुलाई को निगम के स्धर्ण जंयती सभागार में बैठक आयोजित करने के लिए निर्देशित किया है। महापौर ने बताया कि दशकों से शहर की डेनेज व्यवस्था मानसून के मौसम में लोगों के लिए मुसीबत खड़ी करती रही है। उनके चुनावी घोषणा पत्र के बिन्दु संख्या पांच में नगर की डेनेज व्यवस्था को सुधारने के लिए घोषणा की गई थी। इसके लिए निगम प्रशासन द्वारा एक प्रोजेक्ट को तैयार कर सरकार को भेजा गया था। जिस पर जल्द ही कार्य शुरू होना है। योजना में कोई चूक न हो, इसके लिए 06 जुलाई को निगम सभागार में तमाम संबंधित विभागों, पार्षदों तथा व्यापरिक प्रतिनिधियों की बैठक आहूत करने के निर्देश दिए गये हैं ताकि एनएच द्वारा हरिद्वार रोड़ पर बनाये गये नाले निर्माण जैसी कमियों का सामना प्रोजेक्ट के निर्माण के बाद ना करना पड़े।
महापौर ने बताया डेनेज सिस्टम की योजना के साकार होने के बाद बारिश के मौसम में सड़कों पर पानी नहीं बहेगा और लोगों को जलजमाव से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा। घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी सड़कों पर नहीं बहेगा। उन्होंने बताया शहर में जलनिकासी की समस्या काफी पुरानी है। हालांकि इस समस्या को दूर करने के लिए नगर निगम पिछले करीब चार वर्ष से लगातार मशक्कत करता रहा है। जल्द की इस योजना को धरातल पर उतारा जायेगा।
बैठक में अधिशासी अभियंता दिनेश चंद्र उनियाल, सहायक अभियंता अभिनव नोटियाल आदि मौजूद रहे।
आशा खबर / शिखा यादव
