संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति खलीफा बिन जायद अल नाहयान को अबू धाबी के अल बातेन कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस मौके पर सत्तारूढ़ अल नाहयान के सभी गमगीन सदस्य मौजूद रहे। संयुक्त अरब अमीरात ने शुक्रवार को देश के राष्ट्रपति की मृत्यु की घोषणा की थी। जायद अल नाहयान 2014 से गंभीर रूप से बीमार थे। जायद अल नाहयान को मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार शुक्रवार को दफनाया गया।
जायद अल नाहयान को विशेष स्मारक प्रार्थना अल-जनाजा के सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सूर्यास्त के बाद देश की सभी मस्जिदों और प्रार्थना घरों में अल-जनाजा पढ़ा गया। कब्रिस्तान पर आयोजित प्रार्थना सभा में सत्तारूढ़ अल नाहयान के सदस्यों जायद अल नाहयान के सौतेले भाई, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
शेख के निधन पर यूएई में 40 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया है। कोविन्द ने कहा कि भारतीय समुदाय के कल्याण कार्य के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह एक महान राजनेता व दूरदर्शी नेता थे जिनके तहत भारत-यूएई के संबंध मजबूत हुए। भारत के लोगों की संवेदनाएं यूएई के लोगों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। विदेश मंत्री एस जयशंकर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत दुनियाभर के लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
भारत ने शेख खलीफा के निधन पर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को जारी संदेश में कहा है कि बिन जायद अल नाहयान के सम्मान में 14 मई को पूरे देश में एक दिन का राजकीय शोक रहेगा। इस दौरान सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। मनोरंजन का कोई भी आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा।