यूक्रेन पर रूस के हमले के 70 दिन से अधिक बीतने के बाद लड़ाई लगातार बढ़ती जा रही है। यूक्रेन की सेना ने शुक्रवार को काला सागर में रसद लेकर आ रहे रूसी जहाज पर हमला किया, जिससे उसमें आग लग गई और वह बर्बाद हो गया।
इससे पहले यूक्रेन ने डोनबास में सिवरस्की डोनेट्स नदी पर हमला कर पैंटून ब्रिज उड़ाकर रूसी सेना को रोक दिया। यूक्रेनी सेना की इस कार्रवाई में कई रूसी सैनिकों के मारे जाने और बड़ी संख्या में भारी हथियार बर्बाद होने की खबर है।
डोनबास (डोनेस्क और लुहांस्क) क्षेत्र में रूसी सेना का काफिला जब नदी पारकर बड़े यूक्रेनी इलाके पर कब्जा करने के लिए बढ़ रहा था, तभी अस्थायी पुल उड़ा दिया गया। इससे रूसी सेना को भारी नुकसान हुआ है। वहां पर रूसी सेना के कई टैंक और बख्तरबंद वाहन बर्बाद हो गए हैं। देश के दूसरे बड़े शहर खार्कीव पर यूक्रेनी सेना का कब्जा बना हुआ है और वह नजदीकी इलाकों से रूसी सेना को पीछे धकेल रही है।
खार्कीव से 40 किलोमीटर पूर्व में बह रही सिवरस्की डोनेट्स नदी तक यूक्रेनी सेना का नियंत्रण बना हुआ है। हालांकि रूसी लड़ाकू विमान खार्कीव शहर पर बमबारी कर रहे हैं। खार्किव के नजदीक डरगाची के सांस्कृतिक भवन में मिसाइल हमले से आग लग गई। इस आग को काबू करने में अग्निशमन विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं।
मारियूपोल के अजोवस्टाल स्टील फैक्टरी में फंसे यूक्रेनी सैनिकों और लड़ाकों की पत्नियों और रिश्तेदारों ने शुक्रवार को राजधानी कीव में जुलूस निकालकर उन्हें सुरक्षित निकाले जाने के लिए नारे लगाए। इस बीच फैक्टरी पर रूसी सेना की गोलाबारी और बमबारी जारी है। फैक्टरी में मौजूद करीब दो हजार यूक्रेनी सैनिकों और लड़ाकों का प्रतिरोध भी जारी है। उन्होंने मुकाबले का फुटेज भी इंटरनेट मीडिया पर जारी किया है।
यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरयाना वेरेशचुक ने कहा है कि फैक्टरी में मौजूद गंभीर रूप से घायल लोगों की निकासी के लिए बात चल रही है। काला सागर में स्नेक द्वीप के नजदीक यूक्रेनी सेना ने रूसी नौसेना के रसद लाने वाले जहाज पर मिसाइल हमला किया है। यूक्रेन के हमले से जहाज में आग लग गई है, उसे काबू करने के प्रयास चल रहे हैं।
इस बीच पेंटागन ने कहा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने शुक्रवार को रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से यूक्रेन में युद्धविराम लागू करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है। पेंटागन की ओर से जारी बयान के मुताबिक आस्टिन ने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम का आग्रह किया और संचार लाइनों को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। हालांकि पेंटागन की ओर से वार्ता के संबंध में विस्तृत विवरण नहीं साझा किया गया है।