उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानून व्यवस्था को लेकर एक बड़ी बैठक की। इस बैठक में आगामी पर्व और त्योहारों के संबंध में दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने सख्ती से स्पष्ट किया कि सड़कों पर नमाज नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कई अधिकारियों को फटकार भी लगाई है। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उनकी कार्यशैली नहीं सुधरी तो कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ट्रांसफर और पोस्टिंग के दौरान उन अफसरों को साइड लाइन किया जा सकता है, जो लगातार मनमानी कर रहे हैं और जनता की समस्याओं के प्रति लापरवाह बने हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नमाज परंपरानुसार निर्धारित स्थल पर ही होनी चाहिए। सड़कों को अवरुद्ध कर नमाज नहीं होनी चाहिए। आस्था का सम्मान करते हुए किसी नई परंपरा को प्रोत्साहित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि नमाज की वीडियोग्राफी कराई जाए और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी पर्व शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। अराजक तत्वों पर नजर रखें और यदि कोई शांति व्यवस्था को खराब करने का प्रयास करता मिले तो उसके साथ कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 16 जून को गंगा दशहरा, 17 जून को बकरीद, 18 जून को ज्येष्ठ माह का मंगल पर्व और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन है। जुलाई में मोहर्रम और कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र कार्यक्रम होने हैं। इस समय कानून व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है। प्रशासन को 24×7 एक्टिव मोड में रहने की आवश्यकता है।
ख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 15 से 22 जून तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए। गंगा दशहरा के दृष्टिगत गंगा नदी के घाटों की साफ-सफाई और सजावट की जानी चाहिए। स्नान के लिए सुरक्षित स्थानों को सुनिश्चित किया जाए और गोताखोरों, PAC के फ्लड यूनिट तथा NDRF व SDRF की तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भीषण गर्मी और पर्व-त्योहारों के दौरान अनावश्यक ‘पॉवर कट’ नहीं होने चाहिए। ट्रांसफार्मर खराब होने अथवा फॉल्ट की समस्या का तेजी के साथ निस्तारण कराया जाए। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाए रखें और सकारात्मक संदेश जारी करें। पीस कमेटी की बैठक कर लें।