नेपाल में भगवान शिव के भक्तों को पशुपतिनाथ और उसके आसपास नृत्य करते, भक्ति गीत गाते और “ओम नमो शिवाय” मंत्र का जाप करते देखा जा सकता है। मंदिर में सुरक्षा प्रदान करने और भीड़ को प्रबंधित करने के लिए लगभग 6,000 स्वयंसेवकों और इतनी ही संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
काठमांडू: नेपाल में महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए नेपाल और भारत के श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। तड़के से ही हर-हर महादेव और बम बोले की जयकार गूंजती रही। एक अनुमान के मुताबिक महाशिवरात्रि के पर्व पर नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान महादेव का दर्शन किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पशुपतिनाथ मंदिर स्थित ऐतिहासिक शिवलिंग के दर्शन के लिए हजारों भक्त सुबह से ही फूल, धूप, चावल और अन्य प्रसाद लेकर घंटों कतार में खड़े रहे।
भगवान शिव या महादेव को प्रलय के दौरान दुनिया के विघटन के लिए जिम्मेदार त्रिदेवों में से एक माना जाता है। महाशिवरात्रि को उस दिन के रूप में जाना जाता है, जब शिव का जन्म हुआ था। मंदिर मामलों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार पशुपति क्षेत्र विकास ट्रस्ट (पीएडीटी) के अधिकारियों का अनुमान है कि महाशिवरात्रि पर सुबह से रात तक लगभग 10 लाख भक्त मंदिर में आएंगे। लगभग 10 प्रतिशत श्रद्धालुओं के भारत के विभिन्न हिस्सों से आने की उम्मीद है। उत्सव के दौरान भगवान पशुपति की पूजा के लिए नागा बाबाओं सहित लगभग 3,000 संत मंदिर परिसर में पहुंचे।
रंग-बिरंगी रोशनी और फूल-मालाओं से सजा पशुपतिनाथ मंदिर
हिमालय को भगवान शिव के निवास के रूप में जाना जाता है और नेपाल में शैवों की एक बड़ी संख्या है, जिनके मुख्य देवता भगवान शिव हैं। शिवरात्रि मनाने के लिए लोग रात में घरों, मंदिरों के आसपास और सड़क चौराहों पर अलाव जलाते हैं तथा मिठाई एवं अन्य खाद्य पदार्थ तैयार करते हैं। उत्सव के दौरान पशुपतिनाथ मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी और फूल-मालाओं से सजाया गया है। पीएडीटी की तरफ से नेपाल और भारत से आने वाले हजारों साधुओं के लिए मुफ्त भोजन, चाय और पानी की व्यवस्था की गई।