जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने इंडी अलायंस में जारी चीजों पर कहा है कि अगर हमें देश को बचाना है, तो हमें मतभेदों को भूलना होगा और देश के बारे में सोचना होगा।
‘जहां दबदबा हो, सिर्फ वहीं की सीटें मांगें पार्टियां’
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर सीटों के बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप नहीं दिया गया तो गठबंधन के लिए खतरा है। इसे जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। यह संभव है कि कुछ दल अलग गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आ सकते हैं, जो मुझे सबसे बड़ा खतरा लगता है। अभी भी समय है।’ उन्होंने कहा कि पार्टियों को केवल वही सीटें मांगनी चाहिए जहां उनका दबदबा है। अब्दुल्ला ने कहा कि जहां कोई खास पार्टी प्रभावी नहीं है वहां के लिए सीटें मांगना गलत है। उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र तो खतरे में है ही, आने वाली पीढ़ी भी हमें माफ नहीं करेगी।’
‘सीट बंटवारे को लेकर ज्यादा समय नहीं बचा है’
नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ ने कहा, ‘वह चुनौती हमारे सामने है। अगर हम अपने अहंकार को छोड़कर एक साथ मिलकर यह नहीं सोचते कि इस देश को कैसे बचाया जाए, तो मुझे लगता है कि यह हमारी ओर से सबसे बड़ी गलती होगी।’ अब्दुल्ला ने कहा कि गठबंधन के सदस्यों की हाल में दिल्ली के एक होटल में बैठक हुई जहां इस बात पर सहमति बनी कि सीटों पर समझौते को लेकर ज्यादा समय नहीं बचा है। बता दें कि I.N.D.I.A. के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई आम सहमति नहीं बन पाई है, ऐसे में कई तरह की आवाजें उठने लगी हैं।
‘ममता के खिलाफ बयान देकर बढ़ा रहे मतभेद’
अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि पिछली बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लेफ्ट के साथ सीटें साझा करने के लिए तैयार नहीं थीं, लेकिन इस बार मीटिंग में उन्होंने कहा कि लेफ्ट वहां से चुनाव लड़ सकता है जहां वह जीत सकता है। अब्दुल्ला ने कहा कि लोग ममता के खिलाफ बयान देकर मतभेद बढ़ा रहे हैं। सिब्बल ने पूछा कि ‘BJP के लोग भगवान राम का नाम तो लेते हैं लेकिन उनके आदर्शों पर नहीं चलते’, इस पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘राम राज का मतलब सभी के लिए समानता है। भगवान राम विश्व के राम थे और मुझे उम्मीद है कि एक दिन राम राज आएगा।’