कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने वियतनाम में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने भारत में प्रधानमंत्री मोदी से मानवाधिकारों और स्वतंत्र प्रेस के बारे में बात की थीं।
भारत यात्रा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन वियतनाम पहुंचे। यहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कहा कि मैंने मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान और एक मजबूत व समृद्ध देश के निर्माण में नागरिक संस्थाओं और स्वतंत्र प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को उठाया। अब इसी बयान को लेकर कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी, बाइडन से कह रहे थे ना प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा, ना करने दूंगा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने वियतनाम में बाइडन के संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से मानवाधिकारों और स्वतंत्र प्रेस के बारे में बात की थी। लेकिन मिस्टर मोदी ने बाइडन से कहा कि ना प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा, ना करने दूंगा (प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करेंगे, आपको भी नहीं करने देंगे)।
रमेश ने कहा कि हालांकि, इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बाइडन ने जो बातें भारत में मोदी के सामने कही थीं, वहीं वह वहां कर रहे हैं। दरअसल, रमेश का हमला वियतनाम की आधिकारिक यात्रा पर गए बाइडन के बयान के बाद आया है। उन्होंने (बाइडन) पीएम मोदी से मानवाधिकारों, नागरिक समाज की भूमिका और स्वतंत्र प्रेस का सम्मान करने की बात कही थी।
इससे पहले भी, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की द्विपक्षीय बैठक के बाद विदेशी मीडिया को दोनों नेताओं से सवाल नहीं पूछने दिया गया। उन्होंने जो बाइडेन की टीम के हवाले से यह दावा किया था और कहा था कि वियतनाम में मीडिया के सवालों का जवाब देंगे। जयराम रमेश ने यह भी कहा था कि इसमें कोई चौंकने वाली बात नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के राज में इसी तरह लोकतंत्र चलता है।
वियतनाम में बोले राष्ट्रपति बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा था कि उन्होंने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ पर्याप्त चर्चा की और उनके नेतृत्व और नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
बाइडन ने यहां वियतनाम की राजधानी में संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान के महत्व को भी उठाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में भारत की अपनी पहली यात्रा पर नई दिल्ली आए बाइडन ने मोदी के साथ व्यापक बातचीत की थी। उन्होंने 31 ड्रोन की भारत की खरीद और जेट इंजनों के संयुक्त विकास में आगे बढ़ने का स्वागत करते हुए द्विपक्षीय प्रमुख रक्षा साझेदारी को गहरा और विविधतापूर्ण करने का संकल्प व्यक्त किया।
बाइडन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी को उनके नेतृत्व और उनके आतिथ्य तथा जी-20 की मेजबानी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने और मैंने इस बारे में पर्याप्त चर्चा की है कि हम पिछले जून में प्रधानमंत्री की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका के बीच बनी साझेदारी को कैसे मजबूत करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा था कि जैसा कि मैं हमेशा करता हूं, मैंने मोदी के साथ मानवाधिकारों के सम्मान और एक मजबूत व समृद्ध देश के निर्माण में नागरिक संस्थाओं और स्वतंत्र प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका के महत्व को उठाया।
मोदी और बाइडन की द्विपक्षीय वार्ता के बाद शुक्रवार को जारी संयुक्त बयान के अनुसार, नेताओं ने इस बात पर फिर से जोर दिया कि स्वतंत्रता, लोकतंत्र, मानवाधिकार, समावेशन, बहुलवाद और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर के साझा मूल्य हमारी सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं जिसका हमारे देश आनंद लेते हैं और ये मूल्य हमारे संबंधों को मजबूत करते हैं।
बाइडन ने वियतनाम में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत में की गईं महत्वपूर्ण बैठकों के बारे में भी बात की थी।