भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर बनाए जाने के समझौते के बाद पाकिस्तान के लोग इस कदर बौखलाए हुए हैं कि उन्हें अब खुद पर ही शर्मिंदगी महसूस हो रही है।
भारत ने पहली बार जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें विश्व स्तरीय नेताओं ने हिस्सा लिया। यह जी20 का यह सम्मेलन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इस सम्मेलन में भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर बनाए जाने पर समझौता हुआ है। यह समझौता जहां एक तरफ भारत के लिए बड़ी कामयाबी है तो वहीं दूसरी तरफ इस समझौते से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। पाकिस्तान की जनता जी20 सम्मेलन के बाद से ही अपनी सरकार को कोस रही है। भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर बनाए जाने के समझौते के बाद पाकिस्तान के लोग इस कदर बौखलाए हुए हैं कि उन्हें अब खुद पर ही शर्मिंदगी महसूस हो रही है। पाकिस्तानी नागरिक इसे वेक अप कॉल बताते हुए देश की सरकार में बदलाव की मांग कर रही है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिक अपनी सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्ति कर रहे हैं।
सोशल मीडिया के जरिए व्यक्त कर रहे नाराजगी
भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप के बीच कॉरिडोर समझौते के बाद से भी पाकिस्तान के नागरिक अपनी सरकार को कोसने में लगी हुई है। वे अब सरकार बदलने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी यूजर ने लिखा, ‘यदि इस्लामाबाद में नीति निर्माताओं के पास थोड़ी सी भी बुद्धि और जागरूकता होती तो भारत, पश्चिमी एशिया और यूरोप कॉरिडोर पाकिस्तान से होकर गुजरता और हम भी वैश्विक, पर्यटन और कनेक्टिविटी का केंद्र बनते। यह हम सभी के लिए शर्म की बात है।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘एशियाई देशों को यूरोपीय संघ की तरह एकजुट होना चाहिए। यही एशियाई लोगों की प्रगति के लिए जरूरी है। हमें एक-दूसरे से आगे निकलने की दौड़ को समाप्त कर एकजूट होने का समय आ गया है।’
एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘मुझे अब पाकिस्तानी होने के नाते शर्म महसूस हो रही है। हमारा देश बेहतर जिम्मेदारी, नेतृत्व और भविष्य डिजर्व करता है। अब समय आ गया है कि बदलाव हो और ऐसे जिम्मोदार लोग आए जो वास्तव में हमारा प्रतिनिधित्व करते हो।’ एक यूजर ने भारत की तारीफ करते हुए लिखा, ‘मुझे भारत से जलन हो रही है लेकिन इस बात मैं भारत ने इसे अपनी मेहनत से हासिल की है।