जेसविन एल्ड्रिन फाइनल के लिए क्वालिफाई करने वाले 12 एथलीटों में 12वें स्थान पर रहे। मुरली श्रीशंकर ने 7.74 की अपनी सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाई। वह फाइनल में स्थान नहीं बना सके।
दूसरी ओर, मंगलवार की रात दिग्गजों की रात थी। महिलाओं की 1500 मीटर में केन्या की फेथ किपयेगोन ने लगातार तीसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया तो पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज में मोरक्को के गत विजेता और टोक्यो ओलंपिक चैंपियन सूफियान अल बक्काली इथियोपिया के विश्व कीर्तिमानधारी लमेचा गिरिमा पर भारी पड़े। ऊंची कूद में टोक्यो ओलंपिक में कतर के मुताज बारशिम के साथ संयुक्त स्वर्ण पदक जीतने वाले इटली के गियानमारको तांबेरी ने बाजी मार ली। महिलाओं के डिस्कस थ्रो में अमेरिका की लाउलाग ताउसागा कोलिंग ने अपनी निजी श्रेष्ठ में लगभग 4 मीटर की भारी बढ़ोतरी करते हुए स्वर्ण जीता।
अल बक्काली ने लगातार दूसरा स्वर्ण जीता
3000 मीटर स्टीपलचेज में अल बक्काली और लमेचा गिरिमा के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद थी। हुआ भी यही, लेकिन गिरिमा विश्व चैंपियन बनने का सपना पूरा नहीं कर पाए। अलबक्काली ने 8.03.53 मिनट का समय लेते हुए 8.05.44 मिनट का समय निकालने वाले गिरिमा को पराजित कर दिया। अलबक्काली लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन बनें। वहीं गिरिमा का यह लगातार चौथा रजत पदक था। राष्ट्रमंडल खेल विजेता केन्या के अब्राहम किबिवोत 8.11.98 के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
किपयेगोन आसानी से जीतीं
1500, मील दौड़ और 5000 मीटर में विश्व कीर्तिमानधारी किपयेगोन के खिताब जीतने की पूरी उम्मीद थी। उन्होंने 3.54.87 मिनट का समय निकालकर ऐसा किया भी। उन्होंने इथियोपिया की दिरिबे वेलतेजी (3.55.69) को पछाड़ा। मंगलवार की रात चर्चा का केंद्र अमेरिका की डिस्कस थ्रोअर ताउसागा रहीं। वह एक समय 65.56 मीटर के साथ छठे स्थान पर चल रही थीं, लेकिन पांचवें प्रयास में उन्होंने 69.49 मीटर चक्का फेंक शीर्ष पर पहुंच गईं। उन्होंंने 69.23 मीटर के साथ शीर्ष पर चल रहीं साथी वेलेरी अलमान को दूसरे स्थान पर धकेल दिया।
ऊंची कूद में तांबेरी मार ले गए बाजी
टोक्यो ओलंपिक में एक समान ऊंचाई के साथ स्वर्ण पदक साझा करने वाले बारशिम और तांबेरी के बीच फिर मुकाबला हुआ। बारशिम, तांबेरी और अमेरिकी जू हैरिसन 2.33 मीटर की कूद के साथ बराबरी पर थे, लेकिन इसके बाद बारशिम 2.36 मीटर को पार नहीं कर पाए। तांबेरी ने 2.36 मीटर को पार कर पहली बार विश्व चैंपियन बनें। हैरिसन को रजत और बारशिम को कांस्य मिला।