अभिनेत्री मिलबेन ने ट्वीट कर कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। उन्होंने देश के बेईमान पत्रकारिता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना किसी तथ्यो के सिर्फ नारे लगाएगा, जोर-जोर से नारे लगाएगा। मिलबेन का कहना है कि वे पीएम मोदी के लिए प्रार्थना कर रहीं हैं।
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव के आखिरी दिन जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधने के साथ-साथ मणिपुर मुद्दे पर भी बात की। प्रधानमंत्री के भाषण को लेकर एक ओर जहां विपक्ष पीएम मोदी पर निशाना साध रहा है तो वहीं, अफ्रीकी-अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी के भाषण का समर्थन किया।
बेईमान पत्रकारिता की आलोचना की
अभिनेत्री मिलबेन ने गुरुवार को मणिपुर मुद्दे पर दिए गए पीएम मोदी के भाषण का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। उन्होंने देश के बेईमान पत्रकारिता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना किसी तथ्यो के सिर्फ नारे लगाएगा, जोर-जोर से नारे लगाएगा। मिलबेन का कहना है कि उन्हें पीएम मोदी पर भरोसा है, वे पीएम मोदी के लिए प्रार्थना कर रहीं हैं।
ट्वीट में यह कहा
ट्वीट कर मिलबेन ने कहा कि- सच्चाई, भारत को अपने नेता पर भरोसा है। भारत के मणिपुर की माताओ-बेटियों और महिलाओं को न्याय मिलेगा। पीएम मोदी हमेशा आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। जो पार्टी अपने सांस्कृतिक विरासत का अपमान करती है। देश के बच्चों को राष्ट्रगान गाने से वंचित करती है। विदेशों में किसी के देश को अपमानित करती है, वह नेतृत्व नहीं होता। वह सिद्धांतहीनता है। मिलबेन ने आगे कहा कि बेईमान पत्रकारिता झूठे व्याख्यानों को दिखाएगी। विपक्ष बिना किसी तथ्य के जोर-जोर से चिल्लाएगा। बता दें, जून में पीएम मोदी की अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान वाशिंगटन में मिलबेन ने भारत का राष्ट्रगान गाया था। जन-गण-मन के बाद मैरी ने पीएम मोदी के पैर छूकर उनका अभिवादन किया था।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सदन में ‘इंडिया-इंडिया’ की गूंज सुनकर भाजपा घबरा गई। ‘इंडिया’ की एकता देख प्रधानमंत्री डर गए। इसलिए मणिपुर की बजाये वे कांग्रेस की आलोचना करते रहे। वहीं, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी प्रधानमंत्री के भाषण की आलोचना की। उन्होंने कहा कि पीएम का भाषण नीरस, उबाऊ और अवास्तविक था। पीएम मोदी के भाषण ने देश की जनता को भ्रमित किया। उन्होंने लोगों को निराश किया है।