बताया गया है कि रेस्क्यू के लिए अमेरिकी सेना के साथ कोस्ट गार्ड और नौसेना को भी तैनात कर दिया गया है। मरीन्स की तरफ से आग पर काबू पाने के लिए ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर मुहैया कराए गए हैं।
अमेरिका के हवाई में स्थित माउई के जंगलों में भीषण आग लगी है। आग कितनी तेज है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोगों को निकाले जाने के दौरान लपटों में फंसकर ही छह लोगों की जान जा चुकी है। इतना ही नहीं आग से से द्वीप के ऐतिहासिक कस्बों का बड़ा हिस्सा तबाह हो गया है। जंगल की आग के चलते लाहैना कस्बे के पर्यटक स्थलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। अमेरिका के मौसम विभाग के मुताबिक, हवाई में जंगल की इस आग के इतना तेजी से भड़कने के लिए चक्रवात डोरा भी जिम्मेदार है, जिसकी तेज हवाओं ने आग को काफी तेजी से फैलाया है। हवाई में लगी इस भीषण आग से जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन ने केंद्रीय मदद भी भेजी है। बताया गया है कि रेस्क्यू के लिए अमेरिकी सेना के साथ कोस्ट गार्ड और नौसेना को भी तैनात कर दिया गया है। मरीन्स की तरफ से आग पर काबू पाने के लिए ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर मुहैया कराए गए हैं। इसके अलावा हवाई के नेशनल गार्ड्स इस वक्त लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चिनूक हेलीकॉप्टर्स का सहारा ले रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि परिवहन विभाग लोगों को द्वीप से बाहर निकालने के लिए समन्वय दिखा रहे हैं और इसमें वाणिज्यिक एयरलाइंस की मदद भी ली जा रही है।
कैसे हैं मौजूदा हालात?
हवाई के माउई में स्थित लाहैना, पुलेहू और अपकंट्री में नई आग भड़क उठी हैं। इसके चलते क्षेत्र में दमकलकर्मियों को काफी मुसीबतें आ रही हैं। यहां से करीब 2100 लोगों को निकालकर चार आपात शेल्टर्स में रखा गया है। इसके अलावा पर्यटन के लिए आए करीब दो हजार लोगों को काहुलुई एयरपोर्ट पर ही रोका गया। बाकी रेस्क्यू किए जा रहे लोगों के लिए होनोलुलु में स्थित हवाई कन्वेंशन सेंटर को भी तैयार किया जा रहा है। यहां आग की वजह से घर छोड़ने पर मजबूर हुए 4000 लोगों को रखने की व्यवस्था की गई है।