इस घटना के बाद राज्य में विपक्षी भाजपा ने सत्तारूढ़ टीएमसी के खिलाफ मोर्ता खोल दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि बशीरहाट की घटना राजनीतिक विरोधियों को आतंकित करने के लिए टीएमसी के गुंडों द्वारा बम को जमा करने का ताजा उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि पंचायत चुनाव खत्म हो गए हैं, लेकिन ‘आतंकवाद का राज कायम है’।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में रविवार को एक देशी बम विस्फोट में नौ वर्षीय बच्चा घायल हो गया। इस घटना के बाद राज्य में हिंसा को लेकर एक बार फिर बयानबाजी शुरु हो गई है। विपक्षी भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने एक-दूसरे पर विस्फोटक जमा करने का आरोप लगाया है।
घटना के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट शहर में हुई। पुलिस ने बताया कि घटना तब हुई जब कक्षा तीन के छात्र यूसुफ मंडल ने घर के पास एक खेत में पड़े देशी बम को गेंद समझ लिया और उससे खेलने लगा। जब वह उससे खेल रहा था तभी उसमें विस्फोट हो गया और यूसूफ घायल हो गया।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद लड़के को पहले बशीरहाट के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत गंभीर होने पर उसे कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद जांच के दौरान पुलिस ने पास में स्थित एक शेड से एक और देशी बम बरामद किया। हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त होने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल बारूद के ढेर पर बैठा है। ऐसी घटनाएं गवाही देती हैं कि टीएमसी का अंत करीब है क्योंकि वह लोगों पर भरोसा नहीं कर सकती और तेजी से हथियारों और विस्फोटकों पर निर्भर हो गई है।
वहीं दूसरी ओर, टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने दावा किया कि इस घटना ने राज्य में परेशानी पैदा करने और सत्तारूढ़ दल को बदनाम करने की विपक्ष की योजना को उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने शांतिपूर्ण बंगाल को बाधित करने के लिए बम और हथियार जमा कर लिए हैं। वे राज्य को खराब रोशनी में दिखाना चाहते हैं और सत्तारूढ़ टीएमसी को शेष भारत में बदनाम करना चाहते हैं।