भारी बारिश से प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई हैं। पंजाब में 14, हिमाचल में 12, उत्तराखंड में 8 और हरियाणा में 5 टीमें शामिल हैं। वहीं, राजस्थान में सिरोही, अजमेर, पाली और करौली समेत 14 जिलों में भारी बीते 24 घंटे में माउंट आबू में सबसे ज्यादा 231 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मूसलाधार बारिश और बाढ़ से उत्तर भारत के सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में भारी तबाही हुई है। हिमाचल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। पहाड़ टूट रहे हैं और सड़कें बह रही हैं। सोमवार को बीते 24 घंटे में विभिन्न राज्यों में 44 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हिमाचल में 20 लोगों की मौत हुई है। वहीं वर्षाजनित हादसों में उत्तर प्रदेश में आठ मौतें हुईं।जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे समेत 900 से अधिक सड़कें बंद हैं। हजारों लोग रास्तों में फंसे हैं। दिल्ली में भी सोमवार को यमुना खतरे के निशान को पार कर गई। निचले इलाके खाली कराए जा रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों की मदद के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हिमाचल में मंगलवार से भारी बारिश के दौर से कुछ राहत मिलने की संभावना जताई है।
प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की 39 टीमें तैनात की गई हैं। पंजाब में 14, हिमाचल में 12, उत्तराखंड में 8 और हरियाणा में 5 टीमें शामिल हैं। वहीं, राजस्थान में सिरोही, अजमेर, पाली और करौली समेत 14 जिलों में भारी बीते 24 घंटे में माउंट आबू में सबसे ज्यादा 231 मिमी बारिश दर्ज की गई।