आरोप है कि इस बैठक में बाल्सोनारो ने ब्राजील की चुनावी व्यवस्था के बारे में झूठ और भ्रामक बातें फैलाईं और इसकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए। खास बात ये है कि इस बैठक की यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग की गई।
बोल्सोनारो पर लगे ये आरोप
बोल्सोनारो को सात में से पांच जजों ने दोषी माना और उनके खिलाफ फैसला सुनाया। वहीं दो जज बोल्सोनारो के समर्थन में थे। इस फैसले के साथ ही जेयर बोल्सोनारो की 2026 के चुनाव में वापसी करने की उम्मीदे खत्म हो गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जुलाई 2022 में बोल्सोनारो ने विदेशी राजदूतों के साथ एक बैठक की थी। आरोप है कि इस बैठक में बाल्सोनारो ने ब्राजील की चुनावी व्यवस्था के बारे में झूठ और भ्रामक बातें फैलाईं और इसकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए। खास बात ये है कि इस बैठक की यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग की गई।
बोल्सोनारो ने की फैसले के खिलाफ अपील की बात
जजों के जिस पैनल ने बोल्सोनारो को दोषी पाया, उसकी अध्यक्षता जज एलेक्जेंडर डे मोरेस ने की। अपना फैसला सुनाते हुए जज ने कहा कि ब्राजील की अथॉरिटीज ने दिखाया है कि वह आपराधिक कट्टरपंथ और देश की शक्तियों पर हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगी। साथ ही भ्रामक खबरों, गलत जानकारी को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हालांकि बोल्सोनारो ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। एक स्थानीय रेडियो स्टेशन से बात करते हुए बोल्सोनारो ने कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ अदालत जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते आम चुनाव में जेयर बोल्सोनारो एक करीबी मुकाबले में अपने प्रतिद्वंदी लुला डि सिल्वा से हार गए थे। नतीजों के खिलाफ ब्राजील में दंगे हुए और बोल्सोनारो समर्थकों ने 8 जनवरी को ब्राजील की सरकारी इमारतों में घुसने का प्रयास किया।