वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के पास वर्षों से पड़ी अनुपयोगी जगह को उपयोग में लाकर सरकार इसे गुलजार करने जा रही है। नवनिर्मित दशाश्वमेध भवन में जल्द ही मल्टी कुजिन रेस्टोरेंट खुलने वाला है।
वाराणसी के दशाश्वमेध भवन में सावन से पहले हर राज्य का व्यंजन मिलेगा। गंगा किनारे बने इस भवन को व्यवसायिक केंद्र की तरह विकसित किया गया है। जहां बनारस की हर आम और खास चीजें मिलेंगी। तीन मंजिला भवन में 187 दुकानें हैं, जिससे सैकड़ों लोगों को रोजगार व व्यापार भी मिलेगा। कैफे, फूड कोर्ट वाले रेस्टोरेंट में उपवास रखने वालों के लिए फलाहार का इंतजाम किया जाएगा।
दशाश्वमेध घाट के पास वर्षों से पड़ी अनुपयोगी जगह को उपयोग में लाकर सरकार इसे गुलजार करने जा रही है। नवनिर्मित दशाश्वमेध भवन में जल्द ही मल्टी कुजिन रेस्टोरेंट खुलने वाला है। काशी का एहसास देने वाले इंटीरियर के साथ ही पर्यटक बनारसी पूड़ी-कचौड़ी, चाट, लस्सी और ठंडाई का भी आनंद ले सकेंगे।उडुपी टू मुंबई के चेयरमैन शिव चंद्र शेट्टी ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के बाद ये उनका दूसरा रेस्टोरेंट होगा। यहां देश के सभी प्रदेशों का खास व्यंजन परोसा जाएगा। उपवास में भी भक्तों को व्रत का खाना व फलाहार मिलेगा। भवन के रूफ टॉफ पर कैफे भी होगा। दशाश्वमेध भवन की इमारत घाट किनारे सदियों से खड़े मान मंदिर भवन के वास्तु से मिलती जुलती है।