डोनाल्ड ट्रंप पर गोपनीय जानकारी अपने पास रखने और न्याय में बाधा डालने से संबंधित 37 घोर अपराध के मामलों में आरोप लगाया गया है। आरोपों में से एक यह भी है कि उन्होंने पेंटागन पर “हमले की योजना” के बारे में बताया और एक सैन्य अभियान से संबंधित एक गोपनीय नक्शे को साझा किया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब गोपनीय दस्तावेजों से जुड़े मामले में ट्रंप के खिलाफ आरोप लगे हैं और उन पर मुकदमा चलाया जाएगा। गोपनीय सूचनाओं को अपने पास रखने के मामले में ट्रंप के खिलाफ लगे संघीय आरोपों को सार्वजनिक कर दिया गया है।
विदेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप पर गोपनीय जानकारी अपने पास रखने और न्याय में बाधा डालने से संबंधित 37 घोर अपराध के मामलों में आरोप लगाया गया है। आरोपों में से एक यह भी है कि उन्होंने पेंटागन पर “हमले की योजना” के बारे में बताया और एक सैन्य अभियान से संबंधित एक गोपनीय नक्शे को साझा किया। संघीय अभियोजकों ने उन पर अमेरिकी परमाणु और रक्षा कार्यक्रमों से जुड़े टॉप सीक्रेट फाइलें अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया।
आरोपों में कहा गया है कि ट्रंप ने फाइलों को वापस करने से बचने के लिए कई तरीके अपनाए। पिछले साल जून में इस मामले में समन मिलने के बाद अपने वकील से इन दस्तावेजों को छिपाने या नष्ट करने के लिए कहा था।
ट्रंप ने की पुष्टि
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि उन्हें मियामी संघीय अदालत में मंगलवार को पेश होने के लिए समन मिला है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल आर्काइव ने ट्रंप के व्हाइट हाउस में रहने के दौरान उनसे और उनकी टीम से राष्ट्रपति रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेज लौटाने की मांग की थी। हालांकि, कई महीने बाद करीब 200 गोपनीय दस्तावेज लौटाए गए। बीते दिनों एफबीआई ने अगस्त 2022 में ट्रंप के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया था, जिसमें एफबीआई को 100 से ज्यादा गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए थे।
ट्रंप ने खुद को बताया बेगुनाह
वहीं, अपने खिलाफ नए आरोप लगने के बाद ट्रंप ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर किए पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि ‘उन्होंने कभी नहीं सोचा था अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के साथ ऐसी चीजें भी होंगी! जिस व्यक्ति को अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के मुकाबले सबसे ज्यादा वोट मिले और अभी भी मौजूदा राष्ट्रपति के मुकाबले ज्यादा लोकप्रिय है, उसके साथ ऐसा हो रहा है। मैं बेगुनाह हूं।
ट्रंप के खिलाफ गोपनीय दस्तावेजों के मामले की सुनवाई उनके द्वारा नियुक्त न्यायाधीश करेंगे
अमेरिकी मीडिया ने सूत्रों के हवाले से बताया कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ नया संघीय आपराधिक मामले की सुनवाई मियामी के फेडरल डिस्ट्रिक्ट जज एलीन कैनन (Aileen Cannon) को सौंपा गया है।कैनन की नियुक्ति ट्रंप द्वारा ही की गई थी। कैनन पिछले साल लोगों की नजरों में तब आई थीं जब उन्होंने जब फ्लोरिडा में ट्रंप के मार-ए-लागो निवास की एफबीआई की जांच से जुड़ी अदालती प्रक्रियाओं की सुनवाई की थीं।
मार-ए-लागो से दस्तावेजों की जांच के मामले में सुनवाई के लिए जब कैनन को जिम्मेदारी मिली थी तो इस मामले ने दक्षिणपंथी झुकाव वाले कानूनी विशेषज्ञों के बीच संदेह पैदा किया था। अब एक बार फिर ट्रंप को लीक हुए गोपनीय दस्तावेजों की जांच में आरोपित किया गया है और मंगलवार को मियामी संघीय अदालत में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की सुनवाई के लिए उन्हें उपस्थित होना है।
उम्मीद की जा रही है कि पिछले साल अगस्त में ट्रंप के मार-ए-लागो निवास में तलाशी के लिए सर्च वारंट जारी करने वाले मजिस्ट्रेट जज ब्रूस रेनहार्ट (Bruce Reinhart) इस बार सुनवाई की अध्यक्षता कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोपनीय दस्तावेजों के आरोप लगाए जाने के बाद सुनवाई के दौरान अपना बचाव करने के लिए विशेष वकील के साथ-साथ ट्रंप ने फ्लोरिडा के एक अन्य वकील को अपनी टीम में शामिल किया है। ट्रंप के दो वरिष्ठ वकील जिम ट्रस्टी और जॉन राउली को शुक्रवार को मामले से अचानक हटा दिया गया और टॉड ब्लैंच (Todd Blanche) को सुनवाई के नेतृत्व के लिए नए वकील के रूप में नियुक्त किया गया है। दोनों ने बाद में पूरी तरह से ट्रंप की कानूनी टीम से इस्तीफा दे दिया।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कहा कि टॉड ब्लैंच इस मामले की सुनवाई का प्रतिनिधित्व करेंगे। अप्रैल में ट्रंप को मैनहट्टन अदालत में आरोपी ठहराए जाने के बाद बचाव पक्ष के वकील के रूप में ब्लैंच को काम पर रखा था