शाहजहांपुर के ददरौल विकासखंड के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय की 13 छात्राओं का यौन शोषण करने के आरोपी कंप्यूटर अनुदेशक के मोहम्मद अली को सोमवार को आखिरकार कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
शाहजहांपुर में जूनियर हाईस्कूल में अनुदेशक के छात्राओं से अश्लील हरकतें का मामला सामने आने के बाद सोमवार को अभिभावकों ने लड़कियों को स्कूल नहीं भेजा। विद्यालय में 112 विद्यार्थियों का नामांकन है, स्कूल खुलने पर मात्र 40 बच्चे ही स्कूल पहुंचेसोमवार को बीएसए कुमार गौरव ने स्कूल पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने बताया कि स्कूल में शिक्षकों से घटना की बाबत पूछताछ की। इसके बाद गांव जाकर ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी ली। विद्यालय का माहौल सामान्य है। मामले की जांच पांच सदस्यीय कमेटी करेगी।
सीओ ने अनुदेशक से की पूछताछ, ग्रामीणों के बयान दर्ज किए
पुलिस ने आरोपी अनुदेशक मोहम्मद अली को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ प्रियांक जैन ने आरोपी से लंबी पूछताछ की। बाद में उसे जेल भेज दिया गया। इसके बाद सीओ ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। सीओ ने बताया कि गांव में शांति है।
सुरक्षा को लेकर बीईओ को जारी होंगे दिशा-निर्देश
छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आने के बाद बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अभिभावकों की बैठक में इस तरह के मुद्दे को लेकर जागरूक करने के लिए कहा है, जिससे किसी तरह की दिक्कत से दो-चार नहीं होना पड़े।
श्री हनुमान आराधना सेवा समिति ने घटना की कड़ी निंदा की। आरोपी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापिका और कंप्यूटर अनुदेशक के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की। समिति संयोजक गोविंद मिश्र, विहिप जिला मंत्री राजेश अवस्थी ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन कर छात्राओं को न्याय दिलाने के लिए डीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट डॉ. वेदप्रकाश मिश्र को सौंपा।
ददरौल विकासखंड के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय की 13 छात्राओं के साथ कंप्यूटर अनुदेशक के अश्लील हरकतें करने के मामले का डीएम ने संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। बीएसए कुमार गौरव ने कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद अली की संविदा समाप्त कर दी है। तथ्यों के छिपाने के आरोप में इंचार्ज अध्यापक अनिल कुमार और सहायक अध्यापिका शाजिया को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने आरोपी मोहम्मद अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस ने आरोपी अनुदेशक को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया गया। दूसरी ओर छात्राओं को कड़ी सुरक्षा में राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। जहां उनका एक्स-रे कराने के साथ ही चिकित्सीय जांच कराई गई। बीएसए ने कंप्यूटर अनुदेशक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।