उन्नाव की 15 साल की निधि (बदला हुआ नाम)… बताती है, मुझे होली बहुत पसंद है…हमेशा से ही सुबह-सुबह अपनी सहेलियों के साथ घर से निकल जाती थी। गांव में सबको रंग लगाती थी। डीजे पर जमकर डांस करती थी। फिर शाम को घूमने भी जाती थी।
लेकिन इस बार मेरी होली घर में ही गुजर गई। न किसी ने रंग लगाया और न ही मैंने डांस किया। वजह है मेरी कोख में ये बच्चा। रेप के बाद जन्मे इस बच्चे की वजह से मेरी जिंदगी बेरंग हो गई है। अब तो मेरी सहेलियां भी मुझसे कटी-कटी रहती हैं। वो मुझसे बात नहीं कर रहीं। शायद उनके घर वालों ने उन्हें मुझसे बात करने से मना किया है।
इस बच्चे को पालना मेरी मजबूरी है
मेरा गांव के ही एक युवक ने रेप किया था। ये बच्चा उसी का है। 4 मार्च को मैंने इस बच्चे को जन्म दिया था। मेरा आरोपी तो अब पुलिस की गिरफ्त में है। लेकिन उसका पाप मेरी गोद में है। मैं पढ़ाई लिखाई करना चाहती थी, कुछ बनना चाहती थी लेकिन अब मेरा जीवन किस दिशा में जाएगा मुझे भी नहीं पता।
अभी तो इस बच्चे को पालना मजबूरी है, क्योंकि जो कुछ भी हुआ उसमें इसका कोई दोष नहीं है। आगे मां-पापा जो चाहेंगे वो करेंगे।
5 महीने बाद पता चला मैं प्रेग्नेंट हूं
4 मार्च को उन्नाव के सफीपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिग बच्ची ने सीएचसी में एक बच्चे को जन्म दिया था। बच्ची का जुलाई 2022 में गांव के ही एक युवक ने रेप किया था। बच्ची ने इस बात की शिकायत अपने परिवार से की थी। उस समय दोनों घरों में शादी का समझौता हो गया था। रेप करने वाला युवक भी नाबालिग था। रेप के 5 महीने बाद बच्ची को पता चला कि वो प्रेग्नेंट है।
ऑर्बशन कराने पर जान का खतरा था
जब ये बात आरोपी के परिवार को पता चली तो उन लोगों ने शादी से मना कर दिया। उन्होंने कहा, ऐसे शादी करने से हमारी इज्जत चली जाएगी। दोनों परिवारों के बीच चल रहे इस विवाद को करीब 5 महीने हो गए। मेरे माता-पिता शादी की गुजारिश करते रहे पर वो लोग नहीं माने।
बच्ची का 5वें महीने में ऑर्बशन करवाने पर उसकी जान को खतरा था। जिसके बाद लड़की पक्ष ने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत कर दी। पुलिस ने आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी अभी लखनऊ के बाल सुधार गृह में है।
बच्ची अपने बच्चे को संभालती दिखी
4 मार्च को बच्ची की डिलीवरी ऑपरेशन से करवाई गई है। उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है। बच्ची का इलाज अस्पताल में चल रहा था। अभी उसके मां-बाप उसको बच्चे के साथ घर ले आए हैं। घर के अंदर जाते ही सबसे पहले हमें 15 साल की पीड़िता गोद में बच्चे को संभालने की कोशिश करती दिखी। वहीं पास खड़ी उसकी मां अपनी बच्ची को समझा रही थी।
उसका जीवन अब नरक बन चुका है
घर के बाहर पड़ी चारपाई पर बच्ची अपने बच्चे के साथ बैठी थी। आस पास बच्चे का सामान और दवा बिखरा हुआ था। हमने बच्ची से बात करना शुरू किया तो पहले तो वो हिचकिचा रही थी। बहुत कहने पर उसने हमसे बात की। बच्ची का कहना है, वो पढ़ाई लिखाई करना चाहती थी। उसका हमेशा से सपना था कि वो कुछ अलग करे। गांव की दूसरी औरतों के लिए मिसाल बने। लेकिन उसका जीवन तो उनसे भी ज्यादा नरक हो गया।
उसने मेरे साथ जबरन संबंध बनाए
एक हादसे ने मेरी पूरी जिंदगी तबाह कर दी। मैं जिसके साथ खेला-कूदा करती थी, उसी ने मेरा रेप किया। मुझे याद है उस दिन मैं घर पर अकेली थी। जब वो झूठ बोलकर घर के अंदर आ गया था।
पहले तो वो मुझसे बात करता रहा। उसके बाद उसने मुझसे पानी मांगा। मैं पानी लेने जैसे अंदर गई, उसने उठकर कुंडी लगा ली। फिर मेरे साथ जबरन संबंध बनाए। इसके बाद भाग गया।
जब मां घर आई तो मैंने उसको सब बता दिया। मां तुरंत उस लड़के के घर गई। पापा भी साथ थे। बहुत लड़ाई हुई, झगड़ा हुआ। उसके बाद ये तय हुआ कि दोनों की शादी करवा दी जाएगी। जिसके बाद ये मामला शांत हो गया। उन लोगों ने जल्द ही शादी करवाने की बात कही थी।
अल्ट्रासाउंड कराया तब पता चला कि प्रेग्नेंट हूं
धीरे-धीरे समय बीतता गया। शादी की बात के बाद से सब लोग चुप थे। इधर मैंने भी सबको बता दिया कि मेरी शादी होने वाली है। घटना के कुछ समय बाद मुझे अपना पेट बड़ा लगने लगा। डॉक्टर के पास गए तो उन्होंने गैस की दवा दे दी।
लेकिन समस्या लगातार बनी हुई थी। मेरा मन भी खराब रहता था। कुछ पसंद नहीं आता था। जब दवा से फायदा नहीं हुआ तो मां मुझे अल्ट्रासाउंड कराने शहर ले गई।
वहां मेरा अल्ट्रासाउंड हुआ। रिपोर्ट आई वो सबको हैरान कर देने वाली थी। डॉक्टर ने मां को बताया, आपकी बेटी प्रेग्नेंट है। जिसके बाद हम लोग तुरंत शहर से गांव आए और सीधे लड़के के घर पहुंचे। वहां पर मां ने सबको रिपोर्ट दिखाई और कहा बेटी से जल्द से जल्द शादी करो।
हम लोग रिश्तेदारों को क्या मुंह दिखाएंगे
प्रेग्नेंट होने की बात जानने के बाद वो लोग शादी की बात से मुकर गए। उन्होंने कहा, हम ऐसी लड़की से शादी नहीं करेंगे, जो पहले से गर्भवती है। हम लोग रिश्तेदारों को क्या मुंह दिखाएंगे? हमारी बहुत बेइज्जती हो जाएगी। इसके बाद दोनों पक्षों में बहुत लड़ाई हुई। मां ने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत कर दी। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करके सुधार गृह भेज दिया गया।
मेरी पूरी होली चारपाई पर ही बीत जाएगी
बच्ची बताती है, वो जब अस्पताल से घर आ रही थी तो रास्ते में उसको कई सारी पिचकारी की दुकानें दिखाई दीं। गुलाल से भरे ठेले दिखाई दिए। बहुत मन किया कि ये सब खरीद लूं लेकिन मां ने मुझे रोक दिया। अब ये सब सपने जैसा हो गया।
इस बच्चे के साथ मेरी पूरी होली चारपाई पर ही बीत गई। इन सबके कारण मेरी पढ़ाई भी छूट गई है। कितने समय से मैंने अपना बैग नहीं खोला। अपनी स्कूल की ड्रेस नहीं पहनी।