विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने पर मंदिर प्रशासन मंगलवार से शुक्रवार तक गर्भगृह में प्रवेश देकर सामान्य जन को दर्शन कराए जाते हैं। मंदिर प्रशासन ने सामान्य श्रद्धालुओं को गर्भगृह से दर्शन कराने के लिए एक 1 घंटे का समय बढ़ाया है। समय बढ़ने से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन ही देश-विदेश के श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर प्रशासन द्वारा भीड़ अधिक होने पर सामान्य श्रद्धालुओंं को नंदी हॉल के पीछे बैरिकेड्स दर्शन की व्यवस्था रहती है। मंदिर में दर्शन की दूसरी व्यवस्था शीघ्र दर्शन टिकट 250 रुपए शुल्क के साथ रहती है।
श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने पर सामान्य श्रद्धालुओं को मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक गर्भगृह में प्रवेश देकर दर्शन कराए जाते हैं। मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि ऐसे में समय कम होने से अधिकांश श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हो पाते थे। शुक्रवार को मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया है कि सामान्य श्रद्धालुओं को दोपहर 12:30 से शाम 4:30 बजे तक गर्भगृह से दर्शन कराने की व्यवस्था की जाएगी। इस व्यवस्था में अधिक संख्या में श्रद्धालु दर्शन लाभ ले सकेंगे। हालांकि, अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि पांच घंटे वाला निर्णय कब से लागू होगा।
तीन दिन दिन 1500 की टिकट से होता है प्रवेश
श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार, रविवार और सोमवार को अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके कारण मंदिर प्रशासन तीन दिन केवल 1500 की टिकट पर जलाभिषेक करने के लिए दो श्रद्धालुओं को ड्रेस कोड में प्रवेश देता है। तीन दिन सामान्य श्रद्धालुओं को बैरिकेड्स से दर्शन कराए जाते हैं। गौरतलब है कि मंदिर समिति ने 1 फरवरी से प्रोटोकॉल से आने वाले वे श्रद्धालु, जो शासन के गजट नोटिफिकेशन में प्रोटोकॉल की पात्रता नहीं रखते हैं, उन्हें 250 रुपए का टिकट लेने पर दर्शन कराए जा रहे हैं।