मध्यप्रदेश में मौसम की आंख मिचौली जारी है। कभी ठंड शुरू हो जाती है, तो कभी गर्मी पड़ने लगती है। बादल छंटते ही प्रदेश में तापमान पांच डिग्री तक गिर गया। सीजन में पहली बार लोगों को हल्की ठंड महसूस हुई। अब एक बार फिर ठंड पर ब्रेक लग सकता है। आज यानी कि सोमवार से वेस्टर्न डिस्टर्बेन्स एक्टिव हो गया है। इससे तीन दिन तक तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि प्रदेश में अच्छी ठंड के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। असली ठंड दिसंबर से ही शुरू होगी। अभी तापमान इसी तरह कम-ज्यादा बना रहेगा। 18 नवंबर से कुछ गिरावट होगी, लेकिन बहुत ज्यादा ठंड नहीं रहेगी। मध्यप्रदेश में अभी ज्यादा ठंड नहीं है। रात को तापमान में गिरावट होने के कारण सुबह और रात को हल्की ठंडक महसूस हो रही है, लेकिन अगले दो दिन यह भी ठंड भी नहीं रहेगी।
उन्होंने कहा कि आज से रात के तापमान भी एक से 2 डिग्री बढ़ बढ़ जाएगा। दिन में तापमान ज्यादा बढ़ेगा। इससे दिन में गर्मी महसूस होगी। 18 नवंबर से एक बार फिर तापमान में गिरावट रहेगी। ऐसे में मौसम हल्का सर्द हो सकता है। यह स्थिति नवंबर के अंत तक बनी रहेगी।
इसके अलावा उनका कहना यह भी था कि तीसरा वेस्टर्न डिस्टर्बेन्स सक्रिय होने से जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट और हिमाचल प्रदेश समेत हिमालय क्षेत्र में हल्की बारिश से लेकर बर्फबारी तक हो सकती है। इसके 48 घंटे बाद मैदानी इलाकों में इसका असर दिखने लगेगा। मध्यप्रदेश में इसके असर से नवंबर के तीसरे सप्ताह तक तापमान में गिरावट हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार नवंबर में मध्यप्रदेश में न्यूनतम यानी रात का तापमान 12 डिग्री के आसपास रहेगा। दिन का पारा 30 से नीचे आ सकता है। शनिवार और रविवार को भी प्रदेश भर में दिन का अधिकतम तापमान 30 से कम रहा।