कंबोडिया के नोम पेन्ह में 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को वैश्विक खाद्य, ऊर्जा सुरक्षा पर चर्चा करते हुए अपना पक्ष रखा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत और आसियान देशों को आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का संकल्प लेने की जरूरत है।
इससे पहले उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अमेरिकी राष्ट्रपति से जो बाइडन से मुलाकात की। ज्ञात रहे कि धनखड़, अपनी धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ के साथ 11 नवंबर से कंबोडिया की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी नोम पेन्ह में कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने मानव संसाधन, डी-माइनिंग और विकास परियोजनाओं सहित दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। धनखड़ और हुन सेन, नोम पेन्ह में संस्कृति, वन्य जीवन और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में भारत और कंबोडिया के बीच चार समझौता ज्ञापनों (एमओयू) के आदान-प्रदान के साक्षी बने।
11 नवंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कंबोडिया के नोम पेन्ह में एक भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर वीपी धनखड़ ने कहा, कंबोडियन भारत को भगवान बुद्ध की पूजनीय भूमि के रूप में देखते हैं, जैसे हम कंबोडिया को अपनी सभ्यतागत बहन और विस्तारित परिवार के रूप में देखते हैं।
धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ ने नोम पेन्ह में चाकतो मुख सम्मेलन हॉल में आसियान-भारत कलाकार समूह के चित्रों की प्रदर्शनी भी देखी।
इससे पहले 12 नवंबर को उपराष्ट्रपति धनखड़ ने नोम पेन्ह में 19वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में भाग लिया।