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ननकाना साहिब में पर्व मनाने की स्वतंत्रता नहीं होने पर विचार करना चाहिए : योगी आदित्यनाथ

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज नानक देव जी का पावन प्रकाश उत्सव है। पूरी देश और दुनिया में जहां भी भारत वंशी निवास कर रहे हैं, वे पूरी इसे पूरी श्रद्धा के साथ मना रहे हैं। लेकिन हम ननकाना साहिब में यह पर्व नहीं मना सकते। आखिर गुरुनानक जी का ननकाना साहिब हमसे अलग क्यों है? वहां यह पर्व मनाने के लिए स्वतंत्रता क्यों नहीं है? यह सोचने का विषय है।

डीएवी कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मध्यकाल में जब विधर्मियों के आतंक से देश और धर्म संकट में था। मानवता खतरे में थी। बहन बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं थी। स्वयं के अस्तित्व के लिए मानवता गुहार लगा रही थी। उस कालखंड में मानवता के कल्याण के लिए जो प्रकाश पुंज प्रकट हुआ, जिन्होंने मानवता कल्याण के लिए अपने उपदेशों के माध्यम से, अपने जनजागरण अभियान के माध्यम से एक बड़े अभियान को अपने हाथों में लिया, उन प्रकाश पुंज को हम गुरु नानकदेव जी के नाम से जानते हैं। आज उनके प्रकाश उत्सव के अवसर पर आपको बधाई।

उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं का अपना एक गौरवशाली इतिहास है। देश और धर्म के लिए आत्म बलिदान देने की परंपरा रही है। वो आज भी नई प्रेरणा देती है और समाज को ऊर्जा देती है। आज व्यापक साधन है। तब भी हमें एक दूसरी जगह जाने में समय लगता है और हमें कठिनाई लगती है लेकिन जिस समय साधन नहीं थे, उस समय नानकदेव जी ने देश ही नहीं, देश के बाहर भी धार्मिक उपदेश देकर मानवता का कल्याण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां तो हम बड़े उल्लास के साथ प्रकाश पर्व मना रहे हैं लेकिन क्या यह ननकाना साहिब में भी सम्भव हो पा रहा है? यह सोचने का विषय है। इतिहास केवल पढ़ने का विषय नहीं है। इतिहास एक मार्गदर्शक होता है। इससे हमको प्रेरणा मिलती है। अतीत की गलतियों से सबक सीखने की प्रेरणा भी देता है। आखिर गुरुनानक जी का ननकाना साहिब हमसे अलग क्यों है? वहां यह पर्व मनाने के लिए स्वतंत्रता क्यों नहीं है? इसको भी सोचना चाहिए। उल्लेखनीय है कि ननकाना साहिब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है। बंटवारे में ननकाना साहिब हमसे अलग हो गया। ननकाना साहिब का नाम गुरु नानक देव के नाम पर पड़ा है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो भी स्वार्थ से उठकर परमार्थ के लिए देश धर्म के लिए कार्य करेगा, उसका नाम इसी तरह युगों युगों तक स्मरण किया जाएगा। आज हमको यही प्रेरणा यहां लेने की आवश्यकता है। पूरे प्रदेश वासियों को हृदय से बधाई व शुभकामनाएं। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्य मंत्री दलदेव सिंह औलख, पूर्व मंत्री व एमएलसी मोहसिन रजा के अलावा सिख गुरु व समाज के अन्य लोग मौजूद रहे।

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