पूरी दुनिया कोरोना महामारी को लेकर थोड़ा राहत की सांस लेने लगी थी, तभी चीन में कोरोना का नया खतरा मंडराने लगा है। चीन के कई प्रांतों में ओमिक्रॉन के दो नए प्रारूप फैलने के बाद एक बार फिर कोरोना को लेकर दहशत बढ़ गयी है।
ओमिक्रॉन को कोराना का जानलेवा प्रारूप माना जाता है। अब चीन के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के दो नए प्रारूपों बीएफ.7 और बीए.5.1.7 की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया है। बताया गया कि दोनों ही प्रारूप अत्यधिक संक्रामक है। ओमिक्रॉन का बीएफ.7 प्रारूप तो चीन के कई प्रांतों में फैल भी चुका है। स्थानीय रोग रोकथाम और नियंत्रण केंद्र के उप निदेशक ली शुजियान ने बताया कि ओमिक्रॉन के बीएफ.7 प्रारूप की पुष्टि सबसे पहले उत्तर पश्चिमी चीन में हुई थी जबकि ओमिक्रॉन के बीए.5.1.7 प्रारूप की भी पुष्टि हो चुकी है।
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी ओमिक्रॉन के बीएफ.7 प्रारूप को लेकर चेतावनी जारी की गयी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से कहा गया है कि ओमिक्रॉन का बीएफ.7 प्रारूप तेजी से कोरोना के नये संस्करण का सृजन कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक विशेषज्ञ ने कहा है कि ओमिक्रॉन के बीएफ.7 प्रारूप की रोकथाम के जल्द उपाय नहीं किये गये तो यह जल्दी ही पूरे चीन को अपनी चपेट में ले सकता है।
चीन में कोरोना को लेकर यह भयावहता तब है, जब चीन में अब भी जीरो कोविड नीति लागू है। दुनिया भर के तमाम देश कोरोना प्रतिबंधों से बाहर आ चुके हैं किन्तु चीन आज भी अपने सभी नागरिकों पर प्रतिबंध लागू करता है। स्वयं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पिछले दिनों इन प्रतिबंधों का पालन करना पड़ा था। इसके तहत सीमा पर प्रतिबंध लगाने के साथ सामूहिक परीक्षण, व्यापक क्वारंटाइन और लॉकडाउन लागू करने जैसे नियम शामिल किए गए हैं। इस कारण चीन के नागरिकों को कड़े प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।